- आईपीएल की नीलामी से जो रूट क्यों रहते हैं गायब?
- खुद इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज ने बयां की वजह
- तीन साल से आईपीएल नहीं खेल रहे हैं जो रूट
चेन्नईः इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट ने शुक्रवार को कहा कि लगातार तीसरे साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) नीलामी से बाहर रहने का फैसला बेहद मुश्किल था और उन्होंने राष्ट्रीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए यह निर्णय किया। आईपीएल नीलामी 18 फरवरी को चेन्नई में होगी जिसमें कुल 292 खिलाड़ियों की बोली लगेगी। इनमें रूट के हमवतन मोईन अली, जैसन रॉय और मार्क वुड भी शामिल हैं।
इंग्लैंड की पहले टेस्ट मैच में 227 रन से जीत में मैच विजयी 218 रन की पारी खेलने वाले रूट ने दूसरे मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘यह बेहद मुश्किल फैसला था। मैं किसी आईपीएल सत्र का हिस्सा बनने के लिये बेताब हूं और उम्मीद है कि फिर मैं कुछ सत्र तक इसका हिस्सा बना रहूंगा।’’
चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 से आगे चल रहा इंग्लैंड लार्ड्स में 18 से 22 जून के बीच होने वाले आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के दावेदारों में शामिल है। इंग्लैंड जानता है कि फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ने के लिये उसे दो और मैच जीतने होंगे।
इंग्लैंड की टीम इस साल काफी व्यस्त रहेगी। उसे अपनी धरती पर न्यूजीलैंड से दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है। उसे एशेज श्रृंखला के आस्ट्रेलिया का दौरा करना है लेकिन इससे पहले अगस्त से पांच टेस्ट मैचों के लिये भारत की मेजबानी करनी है।
उम्मीद है कि अगले साल
रूट ने कहा, ‘‘इस साल हमें जितना टेस्ट क्रिकेट खेलना है उसे देखकर मुझे लगा कि यह (आईपीएल में खेलने का) सही समय नहीं है। मुझे नहीं लगता कि इससे इंग्लैंड की क्रिकेट को फायदा होगा। यह बेहद मुश्किल फैसला था। उम्मीद है कि अगले साल आईपीएल का हिस्सा बनने या कम से कम नीलामी में शामिल होने का मौका मिलेगा।’’
कड़ी चुनौती से वाकिफ हैं
रूट ने दूसरे टेस्ट मैच के बारे में कहा कि पहला मैच जीतने के बावजूद वह जानते हैं कि उनकी टीम को किस तरह की चुनौतियों का सामना करना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर चुनौती कड़ी होगी लेकिन यह उतनी कड़ी नहीं होगी जितनी 1-0 से पिछड़ने पर होती। हम वास्तव में अच्छी स्थिति में है। हमने शानदार क्रिकेट खेली और आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरेंगे। लेकिन हम इसे खुद पर हावी नहीं होने देंगे। ’’
रूट ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम समझ रहे हैं कि इन परिस्थितियों में जीतने के लिये कितनी कड़ी मेहनत की जरूरत है। इसलिए हम जानते हैं कि इस चुनौती से पार पाने के लिये क्या करना है। हम इसको लेकर उत्साहित हैं।’’