- रूट का शुमार धाकड़ बल्लेबाजों में होता है
- रूट ने दिसंबर, 2012 में टेस्ट डेब्यू किया
- वह 23 शतक और 50 फिफ्टी जड़ चुके हैं
आज से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की एशेज सीरीज का आगाज हो गया है। दोनों टीमों की पहले टेस्ट में ब्रिस्बेन के गाबा स्टेडियम में भिड़ंत हो रही है। इस सीरीज में कई रिकॉर्ड बनेंगे और टूटेंगे, लेकिन क्रिकेट फैंस की एक आंकड़े पर खास नजर होगी। दरअसल, यह आंकड़ा इंग्लिश टीम के कप्तान और धाकड़ बल्लेबाज जो रूट से जुड़ा है। साल 2012 में टेस्ट डेब्यू करने वाले रूट ने दुनियाभर में धमाल मचाया है और अपनी दमदार बल्लेबाजी से लोगों की जमकर वाहवाही लूटी है। वह अब तक 109 टेस्ट मैचों में 5 डबल सेंचुरी, 23 शतक और 50 फिफ्टी की बदौलत 9278 रन बना चुके हैं।
क्या ऑस्ट्रेलिया में ये तिलिस्म तोड़ पाएंगे रूट?
रूट के नाम कई बड़े रिकॉर्ड और उपलब्धियां हैं पर ऑस्ट्रेलियाई सरजमीन पर टेस्ट शतक जड़ने के मामले में वह खस्ता हाल हैं। वह 9 साल लंबे करियर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में शतक बनाने में कामयाब नहीं हो सके हैं। उनका यहां 17 टेस्ट पारियों औसत 38.00 का है और वह छह बार 50 के आंकड़ के पार जा चुके हैं, लेकिन कभी तीन अंकों तक नहीं पहुंच पाए। रूट का ऑस्ट्रेलिया में उच्चतम स्कोर 87 है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड एकमात्र ऐसे देश हैं जहां रूट ने 10 टेस्ट पारियां या उससे अधिक खेलीं मगर उनका औसत 50 प्लस नहीं पहुंच पाया। फैंस के बीच इस बात को लेकर उत्सुकता होगी कि रूट मौजूदा सीरीज में टेस्ट शतक के तिलिस्म को तोड़ पाएंगे।
ब्रिस्बेन में हार का सिलसिला तोड़ने की चुनौती
शतक के अलावा रूट पर एक और तिलिस्म तोड़ने का भार होगा, जो ब्रिस्बेन में इंग्लैंड की हार के सिलसिला का है। इंग्लैंड ने ब्रिस्बेन के मैदान पर 1986-87 के बाद से कोई मैच नहीं जीता है। हालांकि, इंग्लिश टीम साल 2010 में यहां मैच ड्रॉ कराने में सफल रही थी। वैसे, गाबा अब मेहमान टीमों के लिए अभेद्य किला नहीं रहा। भारत के जनवरी में 32 साल और 29 मैचों के सूखे को तोड़ते हुए ऑस्ट्रेलिायई टीम को शिकस्त दी थी। गौरतलब है कि गाबा में जीत दर्ज करने के साथ-साथ इंग्लैंड की निगाह पूरी सीरिज में प्रभावी प्रदर्शन करने पर होगी। इंग्लैंड की टीम 11 साल पुराने प्रदर्शन को दोहराने की फिराक में होगी, जब उसने आखिरी बार आस्ट्रेलियाई धरती पर सीरीज जीती थी।