- सरफराज को कप्तानी से हटाए जाने के विरोध में फैंस करेंगे विरोध प्रदर्शन
- कराची के फ्रेरे हॉल में शाम चार बजे जुटेंगे फैन्स
- विश्व कप 2019 के बाद से लग रही थीं सरफराज को कप्तानी से हटाए जाने की अटकलें
कराची: श्रीलंका के खिलाफ घरेल टी-20 सीरीज में पाकिस्तानी टीम का सूपड़ा साफ होने के बाद पीसीबी ने शुक्रवार को बड़ा कदम उठाते हुए सरफराज अहमद को तीनों फॉर्मेट की कप्तानी से हटा दिया। बात यहीं नहीं रुकी उन्हें टीम से बाहर भी कर दिया गया और उन्हें फॉर्म वापस पाने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने को कहा गया। सरफराज को हटाए जाने के बाद अजहर अली की पाकिस्तान का नया टेस्ट कप्तान और बाबर आजम को टी-20 कप्तान नियुक्त किया गया है।
सरफराज के फैंस को पीसीबी का ये फैसला रास नहीं आया और उन्होंने इस फैसले के विरोध में प्रदर्शन करने का निर्णय किया है। विरोध प्रदर्शन 20 अक्टूबर को शाम चार बजे कराची के फ्रेरे हॉल में होगा। इस प्रदर्शन के लिए हैशटैग WeStandWithSarfaraz सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहा है। इस विरोध प्रदर्शन से जुड़ी तस्वीरों पर जस्टिस फॉर सरफराज लिखा है।
विश्व कप 2019 में पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन के बाद से ही सरफराज की कप्तानी पर काले बादल मंडरा रहे थे। लेकिन घर पर हार और उनका खराब फॉर्म भारी पड़ गया और आनन-फानन में उन्हें हटाने का निर्णय पीसीबी ने कर लिया। सरफराज को टी-20 की कप्तानी से हटाए जाने पर बटी हुई राय आ रही है। उनकी कप्तानी में ही टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है और लंबे समय से पाकिस्तानी टीम आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक पर कायम है। अप्रैल 2016 में सरफराज पाकिस्तान की टी-20 टीम के कप्तान बने थे। तीन साल में उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने 37 मैच खेले जिसमें से 29 में टीम विजयी रही। वहीं केवल 8 मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा। उनकी कप्तानी में टीम का टी-20 मैचों में जीत प्रतिशत 78.37 रहा। इसे शानदार कहा जा सकता है।
मोईन खान और शोएब अख्तर जैसे पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी सरफराज को टी-20 की कप्तानी से हटाए जाने के निर्णय को गलत ठहरा रहे हैं।