- जून 2022 में समाप्त होगा जस्टिन लैंगर का बतौर कोच ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ कार्यकाल
- उन्होंने आगे भी पद पर बने रहने की जताई है इच्छा
- ऑस्ट्रेलिया में हालांकि अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कोच नियुक्त किए जाने की उठ रही है मांग
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम के कोच जस्टिन लैंगर ने गुरुवार को संकेत दिये कि वह जून 2022 में समाप्त हो रहे अपने चार साल के अनुबंध में विस्तार करने की मांग कर सकते हैं क्योंकि उन्हें यह काम बेहद पसंद है।
लैंगर के कोचिंग के तरीकों की खिलाड़ियों ने आलोचना की थी लेकिन अब उनके नाम पर टी20 विश्व कप का खिताब है और वह अपने ‘बायोडाटा’ में प्रतिष्ठित एशेज ट्रॉफी की जीत को जोड़ने के करीब हैं। ऑस्ट्रेलिया अभी इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला में 2-0 से आगे चल रहा है।
मेरी सोच में नहीं आया है बदलाव
इस 51 वर्षीय पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि उनकी सोच में किसी तरह का बदलाव नहीं आया है। ‘सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड’ के अनुसार लैंगर ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी भिन्न तरीके से नहीं सोचा। मैंने पिछले चार वर्षों में जो कुछ कहा, मैं उस पर कायम हूं। मुझे अपना काम पसंद है।' उन्होंने कहा, 'खिलाड़ी बहुत अच्छा खेल रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। यह एक शानदार टीम है। इसलिए मेरी तरफ से कुछ भी नहीं बदला है।'
उठ रही है हर फॉर्मेट में अलग कोच की मांग
पूर्व कप्तान स्टीव वॉ उन लोगों में शामिल हैं जो कि अलग प्रारूप के लिये अलग कोच रखने की वकालत करते रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, 'जब टेस्ट क्रिकेट और सीमित ओवरों की क्रिकेट के लिये अलग अलग कोच रखने पर चर्चा चल रही है तब लैंगर ने पुष्टि की कि वह लंबे समय तक टेस्ट टीम और सीमित ओवरों की टीम के कोच बने रहना चाहते हैं।'
रिपोर्ट के अनुसार यदि प्रारूपों के हिसाब से कोच रखे जाते हैं और लैंगर टेस्ट कोच बने रहते हैं तो उनके सहायक एंड्रयू मैकडोनाल्ड को सीमित ओवरों की टीम का कोच बनाया जा सकता है।