- एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट 2022
- भारत-पाकिस्तान रविवार को टकराएंगे
- यह दोनों का टूर्नामेंट में पहला मैच होगा
भारत और पाकिस्तान की एशिया कप 2022 में भिड़ंत होने जा रही है। दोनों टीम 28 अगस्त को दुबई में टकराएंगी। दोनों के मैच को लेकर दुनियाभर के क्रिकेट फैंस में काफी उत्सुकता रहती है। भारत और पाकिस्तान ने राजनीतिक तनाव के कारण लंबे अरसे से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है और दोनों का आमना-सामने सिर्फ बड़े टूर्नामेंट में होता है। भारत-पाकिस्तान ने अब तक कई यादगार और रोमांचक मुकाबले खेले हैं, जो भले ही इतिहास के पन्नों का हिस्सा बन गए हों मगर अब भी गाहे-बगाहे चर्चा में आ जाते हैं।
कपिल ने सुनाया 1986 के मैच का किस्सा
वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव ने 1986 में पाकिस्तान टीम से मिली हार का किस्सा सुनाया है। उन्होंने पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज वसीम अकरम के साथ स्टार स्पोर्ट पर बातचीत के दौरान इस बारे में बात की। उन्होंने बताया कि हार के कारण भारतीय टीम का मनोबल टूट गया था और कई सालों तक इसका असर रहा। बता दें कि यह ऑस्ट्रल-एशिया कप का फाइनल मुकाबला था, जिसमें जावेद मियांदाद ने चेतन शर्मा के खिलाफ आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर पाकिस्तान टीम को जीत दिलाई थी। कपिल तब भारतीय टीम के कप्तान थे।
कपिल बोले- उस समय लगभग असंभव था
अकरम ने ऑस्ट्रल-एशिया कप फाइनल को लेकर कहा, 'यह फेमस मैच है, जहां भारतीय टीम 270 रन बनाने वाली थी। लेकिन फिर मैंने जल्दी तीन विकेट झटक लिए और भारतीय टीम 245 रन जुटा पाई थी।' वहीं, कपिल ने मैच के आखिरी ओवर पर कहा, 'हमने सोचा कि मैच के अंतिम ओवर में हमारे पर डिफेंड करने के लिए 12-13 रन होने चाहिए। यह बहुत मुश्किल काम था। उस समय लगभग असंभव था।'
कपिल ने आगे कहा, ' जब आखिरी ओवर आया तो हम चेतन के पास गए। मुझे अभी भी लगता है कि यह उनकी गलती नहीं थी। पाकिस्तान टीम को आखिरी गेंद पर 4 रन चाहिए थे और हमने फैसला किया कि चेतन लो यॉर्कर डालेंगे। कोई दूसरा विकल्प नहीं था। उन्होंने और हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। गेंद लो फुल-टॉस चली गई। मियांदाद ने बैकफुट पर जाकर छक्का जड़ दिया। आज भी उस हार की याद हमें सोने नहीं देती। उस हार ने पूरी टीम के मनोबल पर चार साल तक असर डाला। वहां से वापसी करना बहुत मुश्किल था।'
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