- क्या रोहित और विराट में बांट देनी चाहिए टीम इंडिया की कप्तानी?
- अलग-अलग प्रारूपों में अलग-अलग कप्तान के फॉर्मूले पर कपिल देव ने अपनी राय दी
- तेज गेंदबाजों से भी खुश नहीं हैं कपिल देव
इन दिनों भारतीय क्रिकेट को लेकर एक चर्चा जोरों पर है। ये चर्चा है कप्तानी से जुड़ी। आईपीएल में मुंबई इंडियंस की रिकॉर्ड पांचवीं खिताबी जीत के बाद काफी क्रिकेट फैंस व दिग्गजों ने कहा कि भारतीय टीम की कप्तानी को दो हिस्सों में बांट देना चाहिए। थोड़ा भार विराट कोहली पर रहे और थोड़ा रोहित शर्मा पर। रोहित फिलहाल सीमित ओवर क्रिकेट में टीम इंडिया के उप-कप्तान हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे-टी20 सीरीज में फिटनेस के चलते उनका नाम शामिल नहीं किया गया और केएल राहुल को उप-कप्तानी की जिम्मेदारी सौंप दी गई। दो खिलाड़ियों में कप्तानी बांटने का फॉर्मूला क्या भारत में काम करेगा? इस पर पूर्व विश्व चैंपियन कप्तान कपिल देव ने अपनी राय दी है।
भारतीय कप्तान कपिल देव ने इस बहस पर अपनी राय देते हुए एक सटीक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ‘एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में दो सीईओ नहीं हो सकते’’। रोहित शर्मा की अगुआई में मुंबई इंडियन्स के पांचवां इंडियन प्रीमियर लीग खिताब जीतने के बाद से राष्ट्रीय टीम के अलग-अलग कप्तानों को लेकर बहस बढ़ गई है और कई पूर्व खिलाड़ियों ने सुझाव दिया है कि इस सलामी बल्लेबाज को कम से कम टी20 टीम की कप्तानी सौंपी जाए। विराट कोहली फिलहाल तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम की अगुआई करते हैं।
'हमारी संस्कृति में ये नहीं हो सकता'
कपिल देव ने आनलाइन आयोजित ‘एचटी लीडरशिप समिट’ में कहा, ‘‘हमारी संस्कृति में इस तरह नहीं हो सकता। क्या एक कंपनी में आप दो सीईओ बनाते हो? नहीं। अगर कोहली टी20 खेल रहा है और वह अच्छा है तो उसे बने रहने दीजिए। हालांकि मैं देखना चाहता हूं कि अन्य खिलाड़ी भी आगे आएं। लेकिन यह मुश्किल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सभी प्रारूपों में हमारी 70 से 80 प्रतिशत टीम समान है। उन्हें अलग अलग विचारों वाले कप्तान पसंद नहीं है। अगर आप दो कप्तान रखोगे तो खिलाड़ी सोच सकते हैं कि वह टेस्ट में मेरा कप्तान होगा। मैं उसे नाराज नहीं करूंगा।’’
आजकल के तेज गेंदबाजों से इसलिए खुश नहीं कपिल
तेज गेंदबाजी की कला के बारे में बात करते हुए 1983 विश्व कप विजेता भारतीय टीम के कप्तान रहे कपिल ने कहा कि तेज गेंदबाजों के काफी अधिक वैरिएशन का इस्तेमाल करने से वह दुखी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आजकल के तेज गेंदबाजों से खुश नहीं हूं। पहली गेंद क्रॉस सीम नहीं हो सकती। आईपीएल में खिलाड़ियों ने महसूस किया कि गति से अधिक महत्वपूर्ण स्विंग है। 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले संदीप (शर्मा) का सामना करना मुश्किल था क्योंकि वह गेंद को मूव करा रहा था।’’
कपिल ने कहा, ‘‘गेंदबाजों को समझना होगा कि गति नहीं स्विंग महत्वपूर्ण है। उन्हें इसे सीखना चाहिए लेकिन वे इस कला से दूर जा रहे हैं। आईपीएल में टी नटराजन मेरा हीरो है। वह युवा गेंदबाज निडर था और इतनी सारी यॉर्कर डाल रहा था।’’ कपिल ने कहा कि अगर आपको गेंद स्विंग करनी नहीं आती तो फिर वैरिएशन बेकार हैं।
हमारे तेज गेंदबाज शानदार हैं
कपिल हालांकि भारत के मौजूदा तेज गेंदबाजों से काफी संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे तेज गेंदबाज शानदार हैं। शमी, बुमराह को देखिए। एक क्रिकेटर के रूप में यह कहते हुए मुझे काफी खुशी होती है कि आज हम अपने तेज गेंदबाजों पर निर्भर हैं। हमारे गेंदबाज मैच में 20 विकेट लेने में सक्षम हैं। हमारे पास कुंबले, हरभजन जैसे स्पिनर थे लेकिन आज कोई देश यह नहीं कहना चाहेगा कि उन्हें उछाल भरे विकेट दीजिए।’’ कपिल देव को हाल ही में दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें एंजियोप्लास्टी करानी पड़ी थी। अब वो ठीक हैं और एक बार फिर अपने विचारों को सामने रख रहे हैं। अब देखना ये होगा कि बीसीसीआई व चयनकर्ता इस बहस को लेकर क्या रुख अपनाते हैं।