- अजिंक्य रहाणे बने केशव महाराज का सौवां टेस्ट शिकार
- 27वें टेस्ट में पूरा किया टेस्ट विकेटों का शतक
- बने इस मुकाम पर दूसरे सबसे तेज गति से पहुंचने वाले दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर
पुणे: दक्षिण अफ्रीका के बांए हाथ के स्पिन गेंदबाज केशव महाराज के लिए भारत दौरा अच्छा नहीं रहा है। विशाखापट्टनम में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में महाराज ने 318 रन देकर पांच विकेट लिए। इसके बाद पुणे टेस्ट की पहली पारी में भी उनका हाल बेहाल रहा है। भारत के खिलाफ पहली पारी में उन्होंने 50 ओवर में 196 रन देकर 1 विकेट हासिल किया। ये एक विकेट भी टीम इंडिया के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे का रहा। अजिंक्य रहाणे महाराज की गेंद पर विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक के हाथों लपके गए। इसके साथ ही महाराज ने व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल कर ली।
केशव महाराज रहाणे का विकेट झटकते हैं टेस्ट क्रिकेट में 100 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले पांचवें दक्षिण अफ्रीका गेंदबाद बन गए हैं। 1950 के दशक में ह्यू टेफील्ड ये उपलब्धि हासिल करने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर थे। उन्होंने 37 टेस्ट में 170 विकेट लिए थे। इसके बाद पॉल एडम्स, पॉल हैरिस, निकी बोए ऐसा करने में सफल हुए थे। अब केशव महाराज इस क्लब में एंट्री करने वाले नए सदस्य हैं।
महाराज ने करियर का 27वां टेस्ट खेलते हुए ये उपलब्धि हासिल की। उन्होंने इन मैचों की 27 पारियों में 100 विकेट 31.88 की औसत से लिए हैं। उनका एक पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 129 रन देकर 9 विकेट है। यह प्रदर्शन उन्होंने पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में किया था। इस मैच में उन्होंने कुल 12 विकेट लिए थे।
केशव महाराज दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे तेज गति से 100 टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे स्पिनर हैं। ह्यू टेफील्ड ने 1955 में 22 टेस्ट मैच में 100 विकेट पूरे किए थे जबकि महाराज को इसके लिए 5 टेस्ट ज्यादा खेलने पड़े हैं।