- राहुल ने कहा कि विकेट के पीछे धोनी की जगह लेना बहुत मुश्किल
- राहुल ने बताया कि फैंस की अपेक्षाएं हैं कि गेंद कभी नहीं छूटे
- कई लोगों को मानना है कि आगामी टी20 विश्व कप के लिए धोनी की वापसी नामुमकिन
मुंबई: पिछले कुछ समय से सीमित ओवर क्रिकेट में टीम इंडिया के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभा रहे केएल राहुल ने कहा कि विकेट के पीछे महान एमएस धोनी की जगह लेने का दबाव बहुत ज्यादा है क्योंकि फैंस की उम्मीदें काफी ऊंची हैं। धोनी ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और फिर पिछले 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल के बाद से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। राहुल ने इस साल जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीमित ओवर की सीरीज में विकेटकीपिंग की और फिर यही भूमिका न्यूजीलैंड दौरे पर भी जारी रखी।
राहुल ने कहा, 'मैं घबराया हुआ था जब भारत के लिए विकेटकीपिंग कर रहा था क्योंकि दर्शकों का दबाव था। अगर आपके हाथ से गेंद फिसली तो लोग सोचेंगे कि आप एमएस धोनी की जगह नहीं ले सकते। महान विकेटकीपर एमएस धोनी जैसे शख्स की जगह लेने का दबाव बहुत ज्यादा होता है क्योंकि लोग किसी और को स्टंप्स के पीछे देखना ही नहीं चाहते।' राहुल ने अब तक 32 वनडे और 42 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उन्होंने कहा कि विकेटकीपिंग करना उनके लिए कुछ अनोखा नहीं है क्योंकि वह आईपीएल और अपनी रणजी टीम कर्नाटक के लिए भी विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में खेल चुके हैं।
28 साल के राहुल ने जोर देकर कहा, 'मैं हमेशा से विकेटकीपिंग के संपर्क में रहा, लेकिन मैं उनमें से एक हूं जो उस समय इस जिम्मेदारी को उठाना पसंद करता है जब टीम को जरूरत हो।' बहरहाल, धोनी के करियर कयासों के बीच घिरा हुआ है। कई पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि आगामी टी20 विश्व कप में धोनी की भारतीय टीम में वापसी नामुमकिन है। याद हो कि ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में इस साल अक्टूबर में पुरुषों का टी20 विश्व कप होना है।
धोनी की कप्तानी में खेलना है हर खिलाड़ी का सपना
हाल ही में 31 वर्षीय मोहित शर्मा ने धोनी की तारीफ करते हुए कहा था, एक व्यक्ति के रूप में धोनी एक शानदार इंसान हैं। वो एक सामान्य व्यक्ति हैं मैंने उनसे जो संभव हो सका वो सीखने की कोशिश की। जब भी आप उनसे मिलते हैं वो आपको असहज नहीं होने देते। वो उनके अंदर सभी परिस्थितियों में एक जैसा व्यवहार करने की योग्यता है। मैं उनकी कप्तानी में खेला हूं और दुनिया का हर क्रिकेटर उनके नेतृत्व में खेलना चाहता है। मोहित ने आगे कहा, धोनी भाई के लिए टीम सबसे पहले है। जब भी टीम हारती थी मीडिया के सामने सवालों के जवाब देने वो जाते थे और हार की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते थे। लेकिन जब टीम जीतती थी वो मैच विजेता को प्रेस के सामने भेजते थे। टीम में हर कोई टीम उनका मतलब समझता था।