- कुलदीप यादव ने बताया कि किस बल्लेबाज को गेंदबाजी करना मुश्किल
- यादव ने कहा कि युवा बल्लेबाज भी स्पिनर्स का सामना अच्छे से कर रहे हैं
- यादव ने कहा कि युवा बल्लेबाज अब स्पिनर्स के खिलाफ बड़ा शॉट खेलने में कतराते नहीं
कानपुर: टीम इंडिया में इतने सालों में कुछ बेहतरीन बल्लेबाज रहे हैं। चाहे वो सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, सौरव गांगुली और वीरेंद्र सहवाग की सुपरस्टार्स वाली लिस्ट हो या फिर मौजूदा टीम के दिग्गज बल्लेबाज, ये सभी नेट्स पर किसी भी गेंदबाज के पसीने छुड़ा सकते हैं, लेकिन आउट नहीं होंगे। मौजूदा टीम में जैसे कप्तान विराट कोहली हैं। वह किसी भी गेंदबाज के लिए बुरा सपना बन सकते हैं। फिर नेट्स पर वो अपने साथियों को भी नहीं बख्शते।
हालांकि, कुलदीप यादव का मानना है कि अन्य बल्लेबाजों की तुलना में नेट्स पर सबसे मुश्किल चेतेश्वर पुजारा को गेंदबाजी करने में होती है। चाइनामैन ने भारतीय टेस्ट विशेषज्ञ को सबसे प्रारूप में स्पिनर्स के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज करार दिया। मजेदार बात यह है कि कुलदीप ने वनडे क्रिकेट के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण बल्लेबाज रोहित शर्मा को करार दिया। बाएं हाथ के स्पिनर का मानना है कि आगामी बल्लेबाज भी स्पिन का सामना बेहतर ढंग से करने में सक्षम हैं।
कुलदीप ने कहा, 'मेरे ख्याल से नेट्स पर सबसे मुश्किल चेतेश्वर पुजारा को गेंदबाजी करने में होती है। वह टेस्ट क्रिकेट में विशेषतौर पर किसी भी ऑफ स्पिनर का सामना बड़े अच्छे ढंग से करते हैं। वनडे प्रारूप में रोहित शर्मा हैं। हां कुछ युवा बल्लेबाज भी स्पिनर्स का सामना अच्छे से करते हैं। वो लंबे शॉट्स जमाने में कतराते नहीं हैं। तो ऐसे में हर कोई अच्छा है। मगर टेस्ट में पुजारा को गेंदबाजी करना बहुत मुश्किल है।'
डेब्यू की कहानी भावुक कर देने वाली
भारतीय टीम के स्पिनर इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। उन्होंने हाल ही में कई खिलाड़ियों के साथ इंस्टाग्राम लाइव पर बात की। एक सेशन में कुलदीप ने अपने टेस्ट डेब्यू की कहानी साझा की थी। उन्होंने कहा था, 'धर्मशाला में टेस्ट डेब्यू के समय मैं काफी भावुक हो गया था। मेरे लिए तब सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि किस तरह प्रदर्शन करना है। मुझे याद है कि मैच से एक दिन पहले अनिल सर मेरे पास आए और बोले- तुम कल खेलोगे, तुझे पांच विकेट लेना है। मैं एक सेकंड के लिए सन्न रह गया। फिर मैंने कहा- जी सर, मैं पांच विकेट लूंगा। शिवरामकृष्णन सर ने मुझे मेरी टेस्ट कैप दी। उन्होंने मुझे कुछ सलाह दी, जो मुझे याद नहीं क्योंकि मैं उस समय बिलकुल ब्लैंक था। मैं काफी दबाव महसूस कर रहा था। बहुत ज्यादा घबराया हुआ था। मुझे लग रहा था कि इतना बड़ा मंच है- यहां कैसे प्रदर्शन करूंगा। मगर लंच से पहले मैंने कुछ ओवर किए और राहत महसूस की।'
कुलदीप ने कहा, 'मैंने फैसला किया कि रणजी ट्रॉफी के मैच की तरह खेलूंगा। लंच के बाद मैंने डेविड वॉर्नर को आउट करने की योजना बनाई। मेरा प्लान था कि 2-4 फ्लाइट गेंद डालने के बाद सीधी गेंद डालूंगा। मैं उसे एक तेज गेंद डालूंगा। वो शायद बैकफुट पर जाकर खेलने की कोशिश करेगा तो या तो विकेटकीपर को कैच दे बैठेगा या फिर बोल्ड हो जाएगा। यही हुआ भी। वो मेरा पहला टेस्ट विकेट था। मैं बहुत भावुक हो गया था कि मेरे आंसू निकलने वाले थे।'