- लाहौर कलंदर्स ने पहली बार जीता पाकिस्तान सुपर लीग का खिताब
- खिताबी भिड़ंत में डिफेंडिंग चैंपियन मुल्तान सुल्तान को दी 42 रन से मात
- मोहम्मद हफीज बने लाहौर की जीत के हीरो, धमाकेदार अर्धशतक जड़ने के बाद झटके दो अहम विकेट
लाहौर: शाहीन अफरीदी की कप्तानी वाली लाहौर कलंदर्स ने रविवार को डिफेंडिंग चैंपियन मुल्तान सुल्तान को 42 रन से मात देकर पहली बार पाकिस्तान सुपर लीग का खिताब अपने नाम कर लिया। लाहौर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मुल्तान सुल्तान के सामने 20 ओवर में 5 विकेट पर 180 रन का स्कोर खड़ा किया था। जिसके जवाब में मुल्तान की टीम 19.3 ओवर में 138 रन बनाकर ढेर हो गई। इस तरह 21 साल के कप्तान के नेतृत्व में लौहार पहली बार खिताबी जीत हासिल करने में सफल हुआ। फाइनल में ऑलराउंड प्रदर्शन करने वाले 41 साल के मोहम्मद हफीज को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
25 रन पर लाहौर ने गंवा दिए थे 3 विकेट
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी लाहौर की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। आसिफ अफरीदी और डेविड विली ने कहर बरपाते हुए शुरुआत में ही लाहौर को बैकफुट पर धकेल दिया था। 25 रन के स्कोर पर लाहौर ने तीन विकेट गंवा दिए थे। सीजन के सबसे सफल बल्लेबाज फखर जमां (3), अब्दुल्ला शफीक (14), और जीशान अशरफ 7(5) रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे। ऐसे में कामरान गुलाम और दिग्गज बल्लेबाज मोहम्मद हफीज ने टीम को संभाला। लेकिन 12वें ओवर की आखिरी गेंद पर आसिफ अफरीदी का तीसरा शिकार बनकर पवेलियन लौट गए और टीम का स्कोर 79 रन पर 4 विकेट हो गया।
हफीज ने धमाकेदार अर्धशतक जड़कर कराई वापसी
ऐसे में मोहम्मद हफीज ने मोर्चा संभाला और दूसरे छोर से उन्हें हैरी ब्रूक का साथ मिला। दोनों ने चौकों छक्कों की झड़ी लगाकर टीम को 14.5 ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया। इसी दौरान हफीज ने 36 गेंद पर 6 चौके और 1 छक्के की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद दोनों ने 31 गेंद में पांचवें विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी भी पूरी कर ली। लेकिन 18वें ओवर की दूसरी गेंद पर हफीज को शाहनवाज धानी ने कैच कराकर पवेलियन वापस भेज दिया। हफीज ने 46 गेंद में 69 रन की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 9 चौके और 1 छक्का जड़ा।
ब्रूक और वीजे ने आखिर में लगाई छक्कों की झड़ी
हफीज के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए डेविड वीजे ने ब्रूक्स के साथ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। दोनों ने टीम को 20 ओवर में 5 विकेट पर 180 रन तक पहुंचा दिया। वीजे ने 8 गेंद में 28 रन का नाबाद पारी खेली। वहीं ब्रूक 22 गेंद में 41 रन बनाकर नाबाद रहे। दोनों खिलाड़ियों ने अपनी पारी में 3-3 छक्के जड़े। आसिफ अफरीदी मुल्तान के सबसे सफल गेंदबाज रहे उन्होंने 19 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। वहीं विली और धानी को 1-1 सफलता मिली।
अच्छी शुरुआत के बाद बैकफुट में गया मुल्तान
जीत के लिए 181 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुल्तान को शान मसूद और कप्तान मोहम्मद रिजवान ने तेज शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 36 रन जोड़ लिए थे लेकिन चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर रिजवान को हफीज ने बोल्ड कर दिया। वो केवल 14 रन बना सके। इसके बाद अगले ही ओवर में शान मसूद को फखर जमां ने शानदार तरीके से रन आउट कर दिया। मसूद 19(15) रन बनाकर पवेलियन लौट गए। मोहम्मद हफीज ने साकनें ओवर में मुल्तान को तीसरा झटका आमिर अजमत के रूप में दिया। वो 6 रन बनाकर फखर जमां के हाथों लपके गए। इस तरह मुल्तान सुल्तान्स का स्कोर 6.4 ओवर में 3 विकेट पर 46 रन हो गया।
63 के स्कोर पर पवेलियन वापस लौट चुकी थी आधी टीम
इसके बाद मुल्तान के लगातार विकेट गिरते गए और 10.4 ओवर में 63 के स्कोर पर मुल्तान की आधी टीम पवेलियन लौट गई थी। ऐसे में टिम डेविड और खुशदिल शाह ने पारी को संभालने की कोशिश की और 16 ओवर में 114 रन तक टीम को पहुंचा दिया। पिच पर पैर जमा चुके डेविड 17वें ओवर की पहली गेंद पर शाहीन अफरीदी की गेंद पर लपके गए। उन्होंने 17 गेंद में 27 पन बनाए। इसके बाद खुशदिल शाह को हारिस रौउफ ने बोल्ड कर दिया। उन्होंने 23 गेंद में 32 रन बनाए। इन दोनों खिलाड़ियों के आउट होते ही लाहौर ने जीत की ओर कदम बढ़ा दिए। अंत में शाहीन ने डेविड विली, रुम्मान रईस को बोल्ड कर दिया। डेविड वीजै ने जैसे ही इमरान ताहिर को हारिस राउफ के हाथों कैच कराया, पीएसएल के सातवें सीजन का खिताब लाहौर के नाम दर्ज हो गया।
लाहौर के लिए कप्तान शाहीन अफरीदी ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए, वहीं मोहम्मद हफीज और जमान खान के हाथ 2-2 सफलता लगी। हारिस रौउफ और डेविड वीजे को 1-1 विकेट मिला। वहीं एक खिलाड़ी रन आउट होकर पवेलियन लौटा।