तिरुवनंतपुरम: भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेली जा रही तीन मैचों की टी-20 सीरीज रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई है। सीरीज के हैदराबाद में खेले गए मैच में जहां टीम इंडिया ने 6 विकेट से जीत हासिल कर 1-0 की शुरुआती बढ़त हासिल की थी। उसकी बराबरी कैरेबियाई टीम ने तिरुवनंतपुरम में 8 विकेट से जीत हासिल करके कर ली। वेस्टइंडीज के लिए जीत के हीरो लिंडस सिमंस रहे। सिमंस ने 45 गेंद पर 67 रन की पारी खेली। इस पारी के दौरान उन्होंने चार छक्के और चार चौके जड़े और भारत के हाथों से जीत छीन ली। इस पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
सीरीज का निर्णायक मुकाबला 11 दिसंबर को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर खेला जाएगा। इस जीत के साथ ही वेस्टइंडीज का भारत के खिलाफ लगातार हार का सिलसिला भी थम गया। लगातार सात मैच में हार का सामना करने के बाद कैरेबियाई टीम जीत का स्वाद चखने में सफल हुई है। भारतीय सरजमीं पर उसे तीन साल बाद जीत हासिल हुई। वेस्टइंडीज ने भारत को आखिरी बार मात 2016 टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में दी थी। उस मैच भी भारत के लिए काल लिंडल सिमंस ही बने थे। सिमंस ने 51 गेंद पर 82 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम इंडिया को फाइनल में नहीं पहुंचने दिया था। उस पारी के दौरान सिमंस ने 7 चौके और पांच छक्के जड़े थे।
भारत के खिलाफ खूब चला है बल्ला
लिंडल सिमंस ने भारत के खिलाफ 8 टी-20 मैच खेले हैं। जिनकी 8 पारियों में 2 बार नाबाद रहते हुए उन्होंने 41.66 की औसत और 132.97 के स्ट्राइक रेट से 250 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से दो अर्धशतक निकले हैं। ये दोनों पारियां उन्होंने भारत में ही खेली हैं। यह टी-20 में उनका किसी भी टीम के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत में उनका प्रदर्शन भी शानदार रहा है यहां खेले 5 मैच में उन्होंने 52.66 की औसत से रन बनाए हैं। उनके बल्ले से अंतरराष्ट्रीय टी-20 में आखिरी अर्धशतक भी 3 साल पहले मुंबई में भारत के खिलाफ आया था उसके बाद से उनका प्रदर्शन काफी फीका रहा। इसी वजह से उन्हें टीम से बाहर का रास्ता देखना पड़ा।
सीपीएल 2019 के प्रदर्शन ने कराई टीम में वापसी
हालिया कैरेबियन प्रीमियर लीग में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। इसी वजह से उनकी राष्ट्रीय टीम में वापसी संभव हुई है। शाहरुख खान की टीम ट्रिनबागो नाइट राइडर्स की ओर से खेलते हुए उन्होंने 12 मैच की 11 पारियों में 39.09 की औसत और 150.34 के स्ट्राइक रेट से 430 रन बनाए। वो सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में ब्रैडन किंग( 496) के बाद दूसरे पायदान पर रहे। इस दौरान उनके बल्ले से पांच अर्धशतक निकले उनका सर्वाधिक स्कोर 90 रन रहा। इसी प्रदर्शन की वजह से 34 साल की उम्र में उनकी विश्व कप से ठीक पहले कैरेबियाई टीम में वापसी संभव हुई।