- ऋषभ पंत जोहानसबर्ग टेस्ट की दूसरी पारी में बिना खाता खोले आउट हुए
- ऋषभ पंत के शॉट सेलेक्शन से कई पूर्व क्रिकेटर्स निराश हुए
- मदन लाल ने कहा कि ऋषभ पंत को ब्रेक दे देना चाहिए
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका (South Africa cricket team) के खिलाफ दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान भारत (India Cricket team) ने चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) के विकेट जल्दी गंवा दिए थे, जिससे ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को क्रीज पर आने का मौका मिला। टीम को उम्मीद थी कि पंत क्रीज पर मौजूद हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) के साथ बड़ी साझेदारी करेंगे। मगर कगिसो रबाडा (Kagiso Rabada) ने केवल तीन गेंदों में पंत का काम तमाम कर दिया और उन्हें बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया। पंत ने रबाडा की गेंद पर आगे बढ़कर शॉट खेलने का प्रयास किया, लेकिन बल्ले के किनारे पर लगने के बाद गेंद सीधे काइल वेरेनी के हाथों में गई।
उस समय सुनील गावस्कर कमेंट्री कर रहे थे और उन्हें पंत के शॉट सेलेक्शन की जमकर आलोचना की थी। सिर्फ गावस्कर ही नहीं, जिन्होंने पंत को उस समय के शॉट सेलेक्शन पर जमकर भड़ास निकाली। कई पूर्व क्रिकेटरों ने पंत की आलोचना की, जिसमें मदन लाल का नाम भी जुड़ गया है। आज तक चैनल से बातचीत में लाल ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि ऋषभ पंत मैच विजेता खिलाड़ी है, लेकिन दूसरी पारी में जैसी बल्लेबाजी उसने की, वो ऐसा नहीं खेल सकता। लाल ने कहा कि पंत को ब्रेक दे देना चाहिए ताकि वो सोच सके कि बल्लेबाजी किस तरह करना है।
1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य मदन लाल ने ध्यान दिलाया कि ऋद्धिमान साहा अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और वो पंत से ज्यादा समझदार बल्लेबाज हैं। लाल ने कहा, 'पंत को ब्रेक दे देना चाहिए। आपके पास ऋद्धिमान साहा है। वो समझदार बल्लेबाज है। वो बहुत अच्छा विकेटकीपर है। मगर पंत को फैसला करना होगा कि टेस्ट क्रिकेट में वो किस तरह बल्लेबाजी करना चाहते हैं। अगर उनके दिमाग में कुछ संदेह है तो बेहतर होगा कि उन्हें ब्रेक दिया जाए। वो मैच विजेता खिलाड़ी है, लेकिन आप इस तरह बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं। आपको अपने लिए नहीं बल्कि टीम के लिए बल्लेबाजी करनी है।'
रन बनाने को संघर्ष कर रहे हैं पंत
ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे और फिर इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में दमदार प्रदर्शन किया था। पंत ने 89* रन की पारी खेलकर भारत को गाबा में ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। उन्होंने 97 रन बनाए थे जब रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी ने दृढ़ता दिखाते हुए मैच ड्रॉ कराया था। फिर इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में पंत ने चार मैचों में 54 की औसत से 270 रन बनाए थे। हालांकि, पिछली 13 पारियों में पंत केवल 250 रन बना सके हैं और इसमें केवल एक अर्धशतक शामिल है। खब्बू बल्लेबाज पिछले साल टेस्ट में छह बार सिंगल डिजीट स्कोर पर आउट हुए। वह केपटाउन में अपने पुराने रंग में लौटने को बेताब होंगे।