- मयंक अग्रवाल एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में 9 रन बनाकर आउट हुए
- मयंक अग्रवाल सबसे तेज 1,000 टेस्ट रन पूरे करने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बने
- मयंक अग्रवाल अब चेतेश्वर पुजारा और विनोद कांबली के स्पेशल क्लब में जुड़ गए हैं
एडिलेड: टीम इंडिया का एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरी पारी में प्रदर्शन बेशक बेहद लचर रहा। हालांकि, मयंक अग्रवाल ने इस बीच एक खास उपलब्धि हासिल की। मयंक अग्रवाल ने अपने करियर के 1000 टेस्ट रन पूरे किए। वो सबसे तेज 1,000 टेस्ट रन पूरे करने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। मयंक ने 19 पारियों में 1,000 रन पूरे किए। भारत की तरफ से सबसे तेज 1,000 रन पूरे करने का रिकॉर्ड विनोद कांबली के नाम दर्ज है। कांबली ने केवल 14 पारियों में 1,000 टेस्ट रन पूरे किए थे।
इस विशेष क्लब में दूसरे स्थान पर चेतेश्वर पुजारा काबिज हैं, जिन्होंने 18 पारियों में 1,000 टेस्ट रन पूरे किए थे। मयंक अग्रवाल अब तीसरे स्थान पर काबिज हो गए हैं। उन्होंने महान सुनील गावस्कर को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 21 पारियों में 1,000 टेस्ट रन पूरे किए थे। संजय मांजरेकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर काबिज हैं। इन तीनों ने 23 पारियों में 1,000 टेस्ट रन पूरे किए हैं।
सबसे तेज 1,000 टेस्ट रन पूरे करने वाले भारतीय बल्लेबाज
- 14 - विनोद कांबली
- 18 - चेतेश्वर पुजारा
- 19 - मयंक अग्रवाल
- 21- सुनील गावस्कर
- 23- संजय मांजरेकर, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली।
बता दें कि मयंक अग्रवाल दूसरी पारी में टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर रहे। वो 9 रन बनाकर हेजलवुड का शिकार हुए। इसी मैच में टीम इंडिया के नाम भी एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया। भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहला मौका रहा जब 11 में से कोई भी खिलाड़ी दोहरी संख्या में रन नहीं बना सका। अब तब सिर्फ दक्षिण अफ्रीका ही ऐसी टीम थी, जिसके नाम यह शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज था।
1924 में दक्षिण अफ्रीका की टीम इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में महज 30 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी और तब उसके 11 बल्लेबाज दोहरी संख्या में रन नहीं बना पाए थे। तब हर्बी टेलर के 7 रन प्रोटियाज बल्लेबाज द्वारा सर्वोच्च स्कोर था। मैच में इंग्लैंड के गेंदबाजों ने 11 अतिरिक्त रन दिए थे।
बता दें कि भारत की पहली पारी 244 रन पर सिमटी थी। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 191 रन पर ढेर हो गई थी। मेहमान टीम को पहली पारी के आधार पर 53 रन की बढ़त मिली थी। भारत अपनी दूसरी पारी में 36/9 का स्कोर बना पाया, जो उसका टेस्ट क्रिकेट में सबसे छोटा स्कोर है। ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए केवल 90 रन का लक्ष्य मिला था, जिसे उसने 21 ओवर में दो विकेट खोकर हासिल किया। जो बर्न्स (51*) और स्टीव स्मिथ 1* रन बनाकर नाबाद रहे। बर्न्स ने उमेश यादव की गेंद पर विजयी छक्का जमाया।