नई दिल्ली: भारतीय टीम को 2011 में विश्व चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले मेंटल कंडीशनिंग कोच (मानसिक अनुकूलन कोच) पैडी अपटन ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आगामी टी20 विश्व कप से पहले एक बार फिर राष्ट्रीय टीम में शामिल होंगे। अपटन से अल्पकालिक करार किया गया है और वह मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की सहयोगी स्टाफ की टीम में शामिल होंगे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने गोपनीयता के शर्त पर कहा, ‘‘हां पैडी वेस्टइंडीज के खिलाफ बुधवार के तीसरे मैच से वनडे टीम में शामिल होंगे और ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के अंत तक बने रहेंगे। यह चार महीने की अवधि के लिए एक अल्पकालिक व्यवस्था है।’’
अपटन को इससे पहले 2008 में भारत का मुख्य कोच बनने के बाद गैरी कर्स्टन ने राष्ट्रीय टीम के सहयोगी स्टाफ में शामिल किया था। वह 2011 तक राष्ट्रीय टीम के साथ थे। अपटन इसके बाद आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) की विभिन्न टीमों से जुड़े। उन्होंने द्रविड़ के साथ राजस्थान रॉयल्स में काम किया है। सूत्र के मुताबिक अपटन के साथ काम कर चुके द्रविड़ ने टीम में उन्हें जोड़ने के लिए संपर्क किया। टी20 विश्व कप से पहले भारतीय टीम का कार्यक्रम काफी व्यस्त है। टीम इस विश्व कप में मेलबर्न में पाकिस्तान के खिलाफ 23 अक्टूबर को अपने अभियान का आगाज करेगी।
ऐसे में द्रविड़ को संभवत: ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता महसूस हुई, जो प्रेरित करने के साथ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की व्यस्तता से निपटने में मदद करने के लिए भी जाना जाता है। भारत ने 2013 (चैम्पियन्स ट्रॉफी) के बाद आईसीसी का कोई भी खिताब नहीं जीता है, ऐसे में बीसीसीआई कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहता है। बीसीसीआई ने पिछले विश्व कप में महेंद्र सिंह धोनी को टीम का ‘मेंटोर’ नियुक्त किया था लेकिन इसका अच्छा नतीजा नहीं मिला।
अपटन भारतीय और आईपीएल टीम में विराट कोहली, कप्तान रोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन , रविंद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल और प्रसिद्ध कृष्णा के साथ काम कर चुके हैं। ऐसे में यह समझा जा रहा है कि वह ज्यादातर खिलाड़ियों की जरूरतों से वाकिफ हैं। यह समझा जाता है कि अपटन टीम के प्रमुख बल्लेबाज कोहली के साथ कुछ सत्र आयोजित कर सकते हैं, जो लंबे समय से लय हासिल करने के लिए जूझ रहे हैं। सूत्र ने कहा, ‘‘यह बहुत अच्छा है कि पैडी जैसा कोई व्यक्ति फिर से भारतीय टीम में शामिल हो गया है। अगर आप विराट की बल्लेबाजी को देखें, तो वह हमेशा फॉर्म से बाहर नहीं दिखते हैं और हो सकता है कि वह मानसिक बाधा से पार नहीं पा सक रहे हों। अपटन उनके साथ पहले भी काम कर चुके हैं।’’