- मोईन अली रहे सेमीफाइनल में इंग्लैंड के सबसे सफल बल्लेबाज
- 37 गेंद में बनाए नाबाद 51 रन, टीम को मुश्किल वक्त में संभालकर 166 के स्कोर तक पहुंचाया
- डेविड मलान के साथ तीसरे विकेट के लिए जोड़े 63 रन
अबूधाबी: टी20 वर्ल्ड कप के अबूधाबी के शेख जायद स्टेडियम में खेले जा रहे टी20 वर्ल्ड कप 2021 के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने 20 ओवर में 4 विकेट पर 166 रन का स्कोर खड़ा किया। इंग्लैंड की टीम को इस बड़े स्कोर पर पहुंचाने में सबसे अहम योगदान ऑलराउंडर मोईन अली का रहा। आईपीएल 2021 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए मिडिल ऑर्डर में खेलते हुए धमाकेदार प्रदर्शन किया था।
द. अफ्रीका के खिलाफ दिए थे फॉर्म में लौटने के संकेत
मोईन को हालांकि सेमीफाइनल मुकाबले से पहले तीन बार बल्लेबाजी का मौका मिला था। जिसकी पहली दो पारियों में वो नाकाम रहे। पहली दो पारियों में वो 3 और 1 रन बना सके लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सुपर-12 के आखिरी मुकाबले में उन्हें मौका मिला तो चमक बिखेरी और 37 रन की शानदार पारी खेलकर कीवी टीम को इस बात के संकेत दे दिए कि उनसे वो संभल कर रहें।
बटलर को आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए मोईन
ऐसे में बुधवार को जब मोईन अली पारी के 9वें ओवर की दूसरी गेंद पर बल्लेबाजी करने उतरे। उस वक्त टीम का स्कोर 2 विकेट पर 53 रन हो गया था। जॉनी बेयर्स्टो और जोस बटलर पवेलियन लौट चुके थे। ऐसे में मोईन ने डेविड मलान के साथ पारी को आगे बढ़ाया और अपने जाने पहचाने अंदाज में रन बनाना जारी रखा। दोनों ने पहले तो मिलकर इंग्लैंड को 13.6 ओवर में 100 रन के पार पहुंचा दिया। तीसरे विकेट के लिए उन्होंने 37 गेंद में मलान के साथ अर्धशतकीय साझेदारी भी पूरी कर ली।
मोईन ने संभाली आखिरी ओवरों में जिम्मेदारी, 36 गेंद में पूरा किया अर्धशतक
अर्धशतकीय साझेदारी पूरी करने के बाद डेविड मलान 16वें ओवर में तेजी से रन बनाने की कोशिश में टिम साउदी की गेंद पर विकेट के पीछे डेवेन कॉन्वे के हाथों लपके गए। उन्होंने 30 गेंद में 41 रन की पारी खेली। ऐसे में अब टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी मोईन अली के कंधों पर आ गई।
मोईन अली ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए एक छोर थाम लिया और वो अंत तक आउट नहीं हुए। पारी के आखिरी ओवर में उन्होंने अपना अर्धशतक 36 गेंद में पूरा किया। इस दौरान उन्होंने 3 चौके और 2 छक्के जड़े। अंत में मोईन 37 गेंद में 51 रन बनाकर नाबाद पवेलियन लौटे। लियम लिविंग्स्टोन के साथ मिलकर उन्होंने इंग्लैंड को 166 रन के स्कोर तक पहुंचा दिया। अगर मोईन बीच के ओवरों में तेजी से रन नहीं बनाते तो इंग्लैंड की टीम 150 रन के पार नहीं पहुंच पाती।