- आमिर ने अफरीदी का शुक्रियाअदा किया, जिन्होंने तब उनका साथ दिया जब पूरी टीम विरोध में थी
- मोहम्मद आमिर ने स्पॉट फिक्सिंग घटना में पांच साल का प्रतिबंध पूरा किया था
- 28 साल के तेज गेंदबाज ने कहा कि हां सर वाली परंपरा प्रबंधन में खत्म होनी चाहिए
कराची: प्रबंधन से मानसिक प्रताड़ित होने और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास की घोषणा करने वाले पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी का शुक्रिया अदा किया क्योंकि जब पूरी टीम उनके खिलाफ खड़ी थी तब कप्तान उनके साथ खड़े थे। 28 साल के आमिर ने वो पल याद किया जब पूर्व टीमसाथी उनके साथ खेलने को तैयार नहीं थे क्योंकि 2010 स्पॉट फिक्सिंग में वह लिप्त थे। आमिर ने कहा कि तब अफरीदी ही वो शख्स थे तो उनके साथ चट्टान की तरह खड़े रहे और कहा- आमिर खेलेगा चाहे जो हो जाए।
मोहम्मद आमिर ने एक यूट्यूब वीडियो में कहा, 'पूरी टीम एक तरफ खड़ी थी और मेरे साथ नहीं खेलना चाहती थी। मगर शाहिद भाई ने कहा, 'आमिर खेलेगा चाहे जो हो जाए। मैं हमेशा इन दो लोगों का आभारी रहूंगा।' आमिर ने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलने का फैसला भावनात्मक नहीं है। उन्होंने साथ ही खुलासा किया कि स्पॉट फिक्सिंग में भूमिका के लिए अब भी उन्हें नियमित तौर पर कुछ टीम साथी बोलते रहते हैं।
मैं कमजोर नहीं था: आमिर
आमिर ने कहा, 'यह भावनात्मक फैसला नहीं है। मैंने काफी सोचने के बाद यह कदम उठाया। देखिए हर किसी में ऐसी आवाज उठाने का दम नहीं, जैसा मेरे साथ है। अगर मैं कोई गलती करूंगा तो सभी के सामने आउंगा और माफी मांगकर इस मामले का सामना करूंगा।' मोहम्मद आमिर ने साथ ही कहा कि वह कमजोर नहीं थे और यही वजह रही कि 2015 में प्रतिबंध खत्म होने के बाद वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने में सफल रहे।
आमिर ने कहा, 'मैंने वापसी की और अल्लाह की मदद से एशिया कप में बहुत अच्छा गेंदबाजी स्पेल डाला। इसके बाद पाकिस्तान सुपर लीग में हैट्रिक लेने वाला पहला गेंदबाज बना। मैंने पाकिस्तान को 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने में मदद भी की।' आमिर ने पीसीबी के सीईओ वसीम खान और बोर्ड के चेयरमैन एहसान मनी के साथ किसी प्रकार के विवाद को लेकर इंकार किया। उन्होंने कहा, 'मौजूदा टीम प्रबंधन को लेकर मेरी समस्या है। ये हां बॉस, हां बॉस वाली परंपरा आगे नहीं जारी रहनी चाहिए।'