- मोहम्मद रिजवान ने सेमीफाइनल से पहले अस्पताल की घटना बताई
- मोहम्मद रिजवान को आईसीयू में शिफ्ट किया गया और उन्होंने वहां 35 घंटे बिताए थे
- मोहम्मद रिजवान ने सेमीफाइनल में 52 गेंदों में 67 रन की उम्दा पारी खेली थी
दुबई: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप 2021 के सेमीफाइनल से दो दिन पहले पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान मुश्किल स्थिति से गुजरे थे। हालांकि, उन्होंने अब इस मामले पर खुलकर बातचीत की है और बताया कि वह स्वास्थ्य को लेकर किन कठिनाइयों से गुजरे थे। रिजवान ने साथ ही कहा कि वह टीम के लिए प्रदर्शन करने को प्रतिबद्ध थे और इससे उन्हें जल्दी ठीक होने में मदद मिली। रिपोर्ट्स के मुताबिक गंभीर सीने में दर्द की शिकायत के बाद रिजवान को 9 नवंबर को देर रात 12:30 बजे अस्पताल ले जाया गया था।
रिजवान को सांस लेने में परेशानी हो रही थी और उन्हें बुखार भी था। वह पिछले कुछ दिनों से खासी और अन्य समस्याओं से जूझ रहे थे। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहम सेमीफाइनल मैच से पहले रिजवान को आईसीयू में शिफ्ट किया गया था, जहां उन्होंने 35 घंटे बिताए थे। हालांकि, बीमारी भी उन्हें मैदान पर उतरने से रोक नहीं पाई। वह सेमीफाइनल मैच में खेले और 52 गेंदों में तीन चौके व चार छक्के की मदद से 67 रन की उम्दा पारी खेली।
मुझे अच्छा नहीं महसूस हो रहा था: रिजवान
मोहम्मद रिजवान ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'मैं अच्छा महसूस नहीं कर रहा था। मैं अस्पताल गया जबकि मेरा परिवार होटल में था। मैंने उन्हें कहा कि मैं होटल में ईसीजी कराने के लिए जा रहा हूं और जब हम अस्पताल गए तो मैं सांस नहीं ले पा रहा था। डॉक्टर ने कहा कि मेरी दो ट्यूब भी रूक गई हैं। उन्होंने मुझे पूरी बात नहीं बताई। फिर मैंने नर्स से पूछा तो उन्होंने बताया कि अगर मैं 20 मिनट देर से आता तो मेरी दो ट्यूब टूट सकती थीं। वो आकर अलग-अलग प्रकार के परीक्षण कर रहे थे।'
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे डॉक्टर के शब्द याद है कि उन्होंने कहा था कि वो मुझे पाकिस्तान के लिए सेमीफाइनल में खेलते हुए देखना चाहते हैं। मगर जब उन्होंने मुझे बताया कि मेरी स्थिति अच्छी नहीं है। मैंने उन्हें कहा कि मैच के बाद कुछ हो जाए तो मैं निराश नहीं होउंगा क्योंकि सभी चीज पाकिस्तान के लिए है। इससे उन्हें भी हिम्मत मिली और उन्होंने ऐसी चीजें की, जिससे मुझे दर्द रहने के बावजूद ठीक करने में मदद मिली।' विकेटकीपर बल्लेबाज ने पाकिस्तान के लिए बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया।
रिजवान एक कैलेंडर ईयर में 1000 टी20 इंटरनेशनल रन बनाने वाले पहले पाकिस्तानी खिलाड़ी बने। इसी बारे में बात करते हुए रिजवान ने रिचर्ड पाइबस को श्रेय दिया, जिन्होंने टी20 में मानसिक पहलु से निपटने में काफी मदद की। उन्होंने कहा कि उनकी सफलता के पीछे कोचों की अहम भूमिका रही है।