- डायरेक्टर नीरज पांडे ने धोनी को दी थी सुशांत सिंह के देहांत की खबर
- इस खबर को सुनकर धोनी को धक्का लगा और वो बेहद दुखी हुए
- रुपहले पर्दे पर धोनी सुशांत सिंह के रोल से बहुत प्रभावित हुए थे
नई दिल्ली: सुंशात सिंह राजपूत को साल 2016 टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी की बायोपिक धोनी द अनटोल्ड स्टोरी के लिए बहुत तारीफ मिली थी। उन्होंने बेहद बारीकी और संजीदगी के साथ धोनी के कैरेक्टर को रुपहले पर्दे पर उतारा था। सुशांत को धोनी के सांचे में ढलने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी। उन्होंने धोनी का रोल बेहद संजीदगी के साथ अदा किया था जिससे धोनी भी प्रभावित हुए थे। पहली बार उनको हूबहू हेलीकॉप्टर शॉट खेलता देखकर तो वो अचरज में पड़ गए थे।
रविवार की दोपहर जब धोनी को अपना किरदार निभाने वाले सुशांत सिंह के देहांत की खबर मिली तो वो बेहद दुखी हो गए। उनके करीबी मित्र के मुताबिक सुशांत सिंह के देहांत की खबर पाकर धोनी को धक्का लगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी की बायोपिक का निर्देशन करने वाले नीरज पांडे ने सुशांत सिंह के देहांत की खबर धोनी को दी थी। धोनी के अलावा नीरज पांडे ने धोनी के दो दोस्तों मिहीर दिवाकर और अरुण पांडे को भी कॉल किया था। सभी इस खबर को सुनकर दुखी हुए। उन्होंने कहा कि माही भाई को इस खबर को सुनकर धक्का लगा और वो टूट गए। नीरज ने कहा, इस दर्दनाक खबर को सुनकर वो माही भाई बहुत दुखी हैं। जो हुआ उसका हमें यकीन ही नहीं हो रहा है। मैं फिलहाल अपना दुख जता पाने की स्थिति में नहीं हूं।
बिलकुल फोटोकॉपी कर दिए तुम
सुशांत को ने सात साल लंबे बॉलीवुड करियर में पहचान टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी से मिली थी। एक खुशमिजाज इंसान के रूप में उनकी पहचान थी। एमएस धोनी फिल्म के लिए सुशांत ने 18 महीने तक कड़ी मेहनत की। उन्होंने जिस तरह खुद को कड़ी मेहनत से धोनी के सांचे में ढाला। उन्हें बांद्रा में अभ्यास करता देख सचिन तेंदुलकर जैसा दिग्गज भी प्रभावित हो गया था। ऐसे में सुशांत ने फिल्म की शूटिंग के बाद धोनी से कहा था कि भाईसाहब लोग मुझमें आपको ढूंढेंगे।
सुशांत ने अपने फोन पर माही को तैयारी के दौरान हैलीकॉप्टर शॉट लगाते हुए दिखाया तो धोनी ने जो प्रतिक्रिया दी थी उसे सुनकर उनके चेहरे पर बच्चे जैसी मुस्कान आ गई थी। धोनी ने क्लिप देखकर कहा, अरे तू तो बिलकुल फोटोकॉपी कर दिया। रणजी ट्रॉफी खेल जाओगे तुम।'