लंदन: पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज नासिर जमशेद को एक टी20 मैच में स्पॉट फिक्सिंग मामले में साथी क्रिकेटरों को रिश्वत देने की साजिश में शामिल होने का दोषी पाया गया है। मामला पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) से जुड़ा है। जमशेद ने अपना दोष मान लिया है। उन्हें इंग्लैंड के दो नागरिकों, यूसुफ अनवर और मोहम्मद एजाज के साथ फरवरी 2017 में गिरफ्तार किया गया था। फिक्सर अनवर और एजाज ने पिछले सप्ताह ही पीएसएल खिलाड़ियों से रिश्वत लेने की बात स्वीकार कर ली थी।
पाकिस्तान के लिए 2 टेस्ट, 48 वनडे और 18 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके 30 वर्षीय इस सलामी बल्लेबाज पर इंग्लैंड के मैनचेस्टर में एक कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। जमशेद ने पहले आरोप से इनकार किया था, लेकिन सोमवार को सुनवाई के दौरान अपनी याचिका बदल दी। इस मामले में सजा फरवरी में तय की जाएगी। गौरतलब है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने जमशेद को पिछले साल 10 साल के लिए क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया था।
सरकारी वकील एंड्रयू थॉमस ने केस की शुरुआत में कहा कि एक अंडरकवर पुलिस अधिकारी खुद को फिक्सिंग गिरोह का सदस्य बताते हुए स्पॉट फिक्सिंग के गिरोह में शामिल हो गया। इसके बाद 2016 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग में फिक्सिंग की कोशिश और फरवरी 2017 में पीएसएल में फिक्सिंग का खुलासा हुआ।
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि 2016 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग में भी फिक्सिंग का प्रयास किया गया था जबकि पीएसएल 2017 में मैच फिक्स किए गए। दोनों मामलों में जमसेद ने एक ओवर की पहली दो गेंदों पर रन नहीं बनाए जिसके बदले में उसे पैसे दिए गए। जमशेद ने पीएसएल में नौ फरवरी को इस्लामाबाद युनाइटेड और पेशावर जल्मी के बीच दुबई में खेले गए मैच में खिलाड़ियों को फिक्सिंग के लिए उकसाया था।