- मुंबई इंडियंस ने अर्जुन तेंदुलकर को बेस प्राइस पर खरीदा
- अर्जुन के मुंबई से जुड़ने के बाद नेपोटिज्म पर बहस हो रही है
- बता दें कि अर्जुन तेज गेंदबाजी करने वाले ऑलराउंडर है
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 14वें सीजन के लिए हाल ही में नीलामी में संपन्नन हुई है, जिसमें महान सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को मुंबई इंडियंस (एमआई) ने अपने साथ जोड़ा। मुंबई ने अर्जुन को उनके बेस प्राइस 20 लाख रुपए में खरीदा। अर्जुन के मुंबई से जुड़ने के बाद से सोशल मीडिया पर नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) को लेकर बहस शुरू हो गई है। लोग कह रहे हैं कि नेपोटिज्म के चलते ही अर्जुन को मुंबई की टीम में जगह दी गई है। अब इस मसले पर एमआई के हेड कोच महेला जयवर्धने ने रिएक्ट किया है।
जयवर्धने ने बताया अर्जुन को मुंबई ने क्यों खरीदा?
नेपोटिज्म को लेकर जारी बहस पर महेला जयवर्धने ने बताया कि फ्रेंचाइजी ने अर्जुन को अपने साथ जोड़ने का फैसला क्यों किया। ईएसपीएनक्रिकइन्फो के मुताबिक, जयवर्धने ने कहा कि हमने अर्जुन को केवल स्किल के आधार पर खरीदा है। मेरा मतलब है कि सचिन की वजह से उनपर एक बड़ा टैग होगा, लेकिन सौभाग्य से वह एक बल्लेबाज नहीं बल्कि गेंदबाज है। मुझे लगता है कि यह अर्जुन के लिए सीखने की बेहतरीन प्रोसेस होने जा रहा है।
जयवर्धने ने कहा कि अर्जुन ने अभी मुंबई के लिए खेलना शुरू किया है और अब वह फ्रेंचाइजी के साथ जुड़ा है। वह चीजों को सीखेगा। वह बेहतर होगा। वह अभी युवा है और बहुत ही फोकस्ड है। उन्होंने आगे कहा कि हमें उसे समय देना होगा और उम्मीद करते हैं उस पर बहुत अधिक प्रेशर न डालें। बस उसे विकसित होने दें और अपने तरीके से काम करने दें। हम उसे यही करने में मदद करने के लिए हैं।
'सचिन का बेटा होने का दबाव हमेशा रहेगा'
वहीं, एमआई के क्रिकेट ऑपरेशंस निदेशक जहीर खान ने भी जयवर्धने की बात से सहमति जताई। जहीर ने कहा कि मैंने अर्जुन के साथ नेट में बहुत समय बिताया है। उसे खेल के कुछ गुर सिखाने की कोशिश की। वह एक मेहनती बच्चा है। वह सीखने का इच्छुक है। यह एक रोमांचक हिस्सा है। सचिन तेंदुलकर का बेटा होने का अतिरिक्त दबाव हमेशा उस पर रहेगा। यह ऐसी चीज है जिसके साथ उसे रहना होगा। टीम का वातावरण उसकी मदद करेगा।
गौरतलब है कि अर्जुन को कुछ वक्त पहले सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान मुंबई की सीनियर टीम में शामिल किया गया था और उन्होंने हरियाणा के खिलाफ डेब्यू किया था। इसके अलावा उन्होंने पुदुचेरी के खिलाफ भी एक मैच खेला था। दो मैच में उन्होंने 2 विकेट हासिल किए थे।