- भारतीय मूल के निवेथन राधाकृष्णन को मिली है ऑस्ट्रेलिया की अंडर-19 टीम में वर्ल्ड कप के लिए जगह
- मूल रूप से तमिलनाडु के मदुरई के हैं रहने वाले, पिता खेल चुके हैं तमिलनाडु के लिए जूनियर क्रिकेट
- साल 2013 में सिडनी पहुंचा था दोनों हाथों से गेंदबाजी का हुनर रखने वाले निवेथन का परिवार
सिडनी: वेस्टइंडीज की मेजबानी में 14 जनवरी से 5 फरवरी के बीच आयोजित होने जा रहे अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी टीम का ऐलान कर दिया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने टीम में भारतीय मूल के खिलाड़ी निवेथन राधाकृष्णन को टीम में शामिल किया है।
मूल रूप से तमिलनाडू के मदुरई के रहने वाले निवेथन राधाकृष्णन स्पिन गेंदबाज हैं। उनके अंदर दोनों हाथों से गेंदबाजी करने की अद्भुत कला है। वो बांए हाथ के बल्लेबाजों को दाहिने हाथ से और दाहिने हाथ के बल्लेबाज को बांए हाथ से गेंदबाजी करते हैं।
6 साल की उम्र से कर रहे हैं दोनों हाथों से गेंदबाजी
निवेथन राधाकृष्णन महज 6 साल की उम्र से दोनों हांथों से गेंदबाजी कर रहे हैं। वो फिंगर स्पिनर हैं। बतौर ओपनर बल्लबाजी करने के साथ-साथ वो मध्यम तेज गति से गेंदबाजी भी कर लेते हैं।
पिता भी खेल चुके हैं जूनियर क्रिकेट
निवेथन के पिता अनबू सेलवन तमिलनाडू के लिए जूनियर लेवल पर क्रिकेट खेल चुके हैं। पिता ने अभ्यास के दौरान बेटे को दोनों हाथों से गेंदबाजी करने की सलाह दी थी जो धीरे-धीरे परवान चढ़ती गई। उनके बड़े भाई भी तमिलनाडु के लिए अंडर-14 क्रिकेट खेल चुके हैं। लेकिन बाद में उन्होंने मेडिकल फील्ड में करियर बनाने का रास्ता चुना और निवेथन क्रिकेट में करियर बनाने की राह में आगे बढ़ गए।
निवेथन मूल रूप से दाहिने हाथ के खिलाड़ी हैं और शुरुआत में दाहिने हाथ से ही ऑफ स्पिन गेंदबाजी करते थे। लेकिन एक दिन अभ्यास के दौरान पिता ने उनसे कहा कि तुम बांए हाथ से भी गेंदबाजी करना शुरू करो। ऐसा दुनिया में और कोई गेंदबाज नहीं करता है। उस वक्त उनकी उम्र केवल 6 साल थी। उन्होंने या उनके पिता ने टीवी या किसी क्रिकेट लीग में भी किसी भी खिलाड़ी को दोनों हाथों से गेंदबाजी करते नहीं देखा था।
असफल होने का नहीं था डर
जब निवेथन ने दोनों हाथों से गेंदबाजी की शुरुआत की तब उन्हें असफल होने का कोई डर नहीं था। उन्हें इस बात की भी फिक्र नहीं थी कि कोई क्या कहेगा? मैं क्या हासिल कर सकता हूं इसकी कोई सीमा नहीं थी। वो इस दिशा में आगे बढ़ते गए। निवेथन ने कहा, मेरी दोनों हाथों से गेंदबाजी करने की शुरुआत अच्छी रही। लोगों की इस बारे में अपनी राय थी। मैं मैच खेलते वक्त एक हाथ से ही गेंदबाजी करता दिखता था लेकिन मेरे अंदर दोनों हाथों से गेंदबाजी करने की काबीलियत थी। आज जो मैं हूं उसी काबीलियत की वजह से हूं और उसी ने मेरे करियर को परिभाषित किया है।
साल 2013 में सिडनी आया था परिवार
निवेथन का परिवार साल 2013 में चेन्नई से सिडनी पहुंचा था। ऐसी स्थिति में निवेथन को भी अपने परिवार के साथ सिडनी में शिफ्ट होना पड़ा। इसके बाद उन्होंने अपने क्रिकेट करियर को वहीं आगे बढ़ाया। इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया की अंडर16 टीम में जगह मिली तब क्रिस रोजर्स टीम के कप्तान थे। अब उन्हें अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह मिली है।
दिल्ली कैपिटल्स के रह चुके हैं नेट गेंदबाज
19 वर्षीय निवेथन आईपीएल 2021 के पहले चरण में दिल्ली कैपिटल्स की टीम के साथ बतौर नेट गेंदबाज जुड़े थे। इसी दौरान उनकी रिकी पॉन्टिंग और स्टीव स्मिथ जैसे ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ियों से मुलाकात हुई और उन्हें उनसे क्रिकेट की बारीकियां सीखने का मौका मिला।
तमिलनाडु प्रीमियर लीग
निवेथन तमिलनाडु प्रीमियर लीग में भी खेल चुके हैं। वो लीग की स्वराज सीसी टीम के लिए खेले थे। उन्होंने उस दौरान रविचंद्रन अश्विन और आर बद्रीनाथ जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया था।