- शैफाली वर्मा ने सचिन तेंदुलकर का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा था
- शैफाली वर्मा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अर्धशतक जमाने वाली सबसे युवा क्रिकेटर बनी थीं
- शैफाली वर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ केवल 49 गेंदों में 73 रन बनाए थे
नई दिल्ली: शैफाली वर्मा अब क्रिकेट जगत में जाना पहचाना नाम है। ये वो ही जाबाज लड़की है, जिसने स्टैंड्स में बैठे महान सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी करते देखा तो ठान लिया कि खुद भी क्रिकेटर बनना है। छोटी सी बच्चे के मन में अरमान बड़े पल रहे थे और उन्होंने इसे सार्थक भी किया। महज 15 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करके शैफाली वर्मा क्रिकेट जगत की सनसनी बन गईं। वैसे, इस बात का अंदाजा युवा शैफाली को भी नहीं था कि जिस सचिन तेंदुलकर को देखकर उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया, एक दिन उन्हीं का रिकॉर्ड तोड़ देंगी।
आज ही के दिन 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सेंट लूसिया में खेले गए पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में शैफाली वर्मा ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। दाएं हाथ की महिला बल्लेबाज ने केवल 49 गेंदों में 73 रन की पारी खेली, जिसकी मदद से टीम इंडिया ने 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 185 रन बनाए। शैफाली वर्मा इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अर्धशतक जमाने वाली सबसे युवा भारतीय क्रिकेटर बन गई थीं। उन्होंने 15 साल और 285 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
तोड़ दिया अपने आदर्श का रिकॉर्ड
शैफाली वर्मा जिस सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानती हैं, उन्हीं का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज था, जिन्होंने 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में अर्धशतक जमाया था। तब उनकी उम्र 16 साल और 214 दिन थी।
वैसे, शैफाली वर्मा टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे कम उम्र में अर्धशतक जमाने वाली विश्व की दूसरी महिला बल्लेबाज बनी थीं। यह रिकॉर्ड यूएई की ई इगोडागे के नाम दर्ज है, जिन्होंने 15 साल और 267 दिन की उम्र में अर्धशतक जमाया था। इसके अलावा शैफाली वर्मा टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में पचासा जड़ने वाली सबसे युवा भारतीय क्रिकेटर बनी और रोहित शर्मा का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
मैच में क्या हुआ?
भारतीय महिला क्रिकेट टीम को इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया गया था। शैफाली वर्मा ने स्मृति मंधाना के साथ रिकॉर्ड तोड़ 143 रन की साझेदारी की थी। यह फटाफट क्रिकेट में भारतीय जोड़ी द्वारा सर्वश्रेष्ठ साझेदारी थी। इससे पहले 2013 में बांग्लादेश के खिलाफ थिरूष कामिनी और पूनम राउत ने 130 रन की साझेदारी की थी, जिसे शैफाली-मंधाना ने तोड़ा था। वर्मा ने 49 गेंदों में पांच चौके और चार छक्कों की मदद से अर्धशतक जमाया था। शैफाली की पारी का अंत 16वें ओवर में हुआ था। भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 185 रन बनाए थे।
इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 101 रन बना सकी और 84 रन से मुकाबला गंवा बैठी। भारत की तरफ से शिखा पांडे, राधा यादव और पूनम यादव ने दो-दो विकेट लिए। दीप्ति शर्मा और पूजा वस्त्राकर को एक-एक सफलता मिली थी। इस दिन भारतीय महिला क्रिकेट टीम को एक जाबाज बल्लेबाज मिली, जिसने आगे चलकर कई धुआंधार पारियां खेली।