- रोहित शर्मा ने अपने वनडे करियर का पहला दोहरा शतक जमाया था
- रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में 209 रन बनाए थे
- इस मैच में ढेरों रिकॉर्ड्स बने थे, जिसके लिए यह यादगार मुकाबला बना
नई दिल्ली: 24 फरवरी 2010 को सचिन तेंदुलकर ने विश्व क्रिकेट का पहला वनडे दोहरा शतक जमाया था। तब किसी को अंदाजा नहीं था कि दूसरा कोई बल्लेबाज ये कारनामा वनडे क्रिकेट में दोहरा पाएगा। हालांकि, 'क्रिकेट के भगवान' ने मानो वनडे क्रिकेट में दोहरे शतक का ट्रेंड स्थापित किया था। इसके बाद अगले पांच सालों में खूब दोहरे शतक बने। अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वनडे में कुल 8 दोहरे शतक लग चुके हैं। इनमें से पांच तो भारतीय बल्लेबाजों ने जमाए हैं। रोहित शर्मा ने तीन, वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर ने एक-एक दोहरा शतक जमाया।
2 नवंबर 2013 को रोहित शर्मा ने अपने वनडे करियर का पहला दोहरा शतक जमाया था। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के सातवें व अंतिम वनडे में 158 गेंदों में 12 चौके और 16 छक्के की मदद से 209 रन बनाए थे। रोहित शर्मा की पारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया द्वारा मिले पहले बल्लेबाजी के निमंत्रण को स्वीकारा और 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 383 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 45.1 ओवर में 326 रन बनाकर ऑलआउट हुई। इस तरह भारत ने 57 रन से मैच जीता और सीरीज 3-2 से अपने नाम की। इस मैच में रिकॉर्ड्स की झड़ी लगी थी।
रोहित शर्मा का दोहरा शतक ही इतना सुर्खियों में बना हुआ था कि इस मैच की और किसी कहानी पर लोगों का ध्यान ही नहीं गया। इस मैच में जेम्स फॉकनर ने सातवें नंबर पर आकर 73 गेंदों में 116 रन बनाए थे। उस समय यह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज द्वारा वनडे में जमाया सबसे तेज शतक था। इसके अलावा रोहित शर्मा को इसी मैच में हिटमैन का नाम मिला था। युवराज सिंह ने रोहित शर्मा से कहा था कि वीरेंद्र सहवाग (219) का रिकॉर्ड तोड़ना। वहीं ड्रेसिंग रूम में भी कुछ लोगों ने कहा कि 10-15 रन और बनाने थे। इसके अलावा इस मैच में सबसे ज्यादा छक्के लगने का विश्व रिकॉर्ड भी बना था। रोहित शर्मा के दोहरे शतक की आड़ में इतनी कहानियां छुप गई थीं। आपको आज इस खास मौके पर सारी कहानियां बताते हैं।
जेम्स फॉकनर ने बढ़ाई चिंता
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जेम्स फॉकनर ने लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम की चिंता बढ़ा दी थी। वो जिस तरह बल्लेबाजी कर रहे थे, एक समय लगने लगा था कि फॉकनर बाजी पलट देंगे। इसी दौरान फॉकनर सबसे तेज शतक जमाने वाले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बन गए थे। 73 गेंदों में 11 चौके और छह छक्के की मदद से 116 रन बनाकर वह मोहम्मद शमी का शिकार बने थे।
मैच में सबसे ज्यादा छक्के का रिकॉर्ड
भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों टीमों ने मिलकर इस मुकाबले में कुल 38 छक्के जमाए थे, जो एक नया रिकॉर्ड बना। रोहित शर्मा ने ही 16 छक्के जड़े थे, जो रिकॉर्ड था। उन्होंने शेन वॉटसन (15 छक्के) को पीछे छोड़ा था। भारतीय टीम ने कुल 19 छक्के जमाए थे, जो एक रिकॉर्ड था। इससे पहले अन्य टीमों में सबसे ज्यादा छक्के की संख्या 18 थी। आर विनय कुमार ने 102 रन खर्च करके रिकॉर्ड बनाया था। वह वनडे में सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए थे।
हिटमैन की मिली उपाधि
रोहित शर्मा ने एक इंस्टाग्राम लाइव पर खुलासा किया था कि प्रोड्यूसर डायरेक्टर ने उन्हें यह नाम दिया था, जिसे रवि शास्त्री ने कैच किया और फिर उनका नाम हिटमैन पड़ गया। रोहित ने बताया कि वो बार-बार कह रहा था, अरे आप बिल्कुल हिटमैन की तरह खेले। हिटमैन जैसे छक्के लगाए। वहीं पर रवि भाई (रवि शास्त्री) भी खड़े थे, उन्होंने हिटमैन शब्द कैच कर लिया और मैच के बाद जब प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन हो रहा था तो उन्होंने मंच से बार-बार मुझे यही कहकर बुलाया। इसके बाद से ये नाम चालू हो गया। रोहित शर्मा ने बताया कि वह असली हिटमैन के फैन हैं। डब्ल्यूडब्ल्यूई में हिटमैन के नाम से मशहूर थे ब्रेट हार्ट, जो रोहित शर्मा के फेवरेट फाइटर भी थे।
युवराज सिंह ने क्या कहा था
रोहित ने याद किया था कि 209 रन की पारी वाले मैच से पहले युवी (युवराज सिंह) से बात हो रही थी। मैंने नई-नई ओपनिंग शुरू की थी। कुछ अच्छी पारियां भी खेली थीं। मगर युवी चाहते थे कि मैं बड़ी पारी खेलूं। उन्होंने मुझसे कहा कि ये तेरे लिए बड़ी सीरीज है और तुम्हें 50-60 नहीं कम से कम शतक जमाना है। जब मैं डबल सेंचुरी मारने के बाद वापस ड्रेसिंग रूम गया, तो कोई मुझसे कह रहा था कि अगर तुम एकाध ओवर और खेल लेते, तो वीरेंद्र सहवाग का रिकॉर्ड भी तोड़ देते। ड्रेसिंग रूम की उम्मीदें सच में काफी बड़ी हैं। वहां तीन या चार लोग ऐसे थे, जो चाहते थे कि मैं 10 या 15 रन और बनाकर आता। युवराज सिंह उनमें से एक थे।