पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग का शुमार विस्फोटक बल्लेबाजों में होता है। वह अपने दम पर मैच पलटने का माद्दा रखते थे। उन्होंने कई ऐसी पारियां खेलीं हैं, जिन्हें शायद ही कभी भुलाया जा सके। उन्होंने नौ साल पहले आज (8 दिसंबर 2011) के दिन ऐसा 'विस्फोट' किया था, जिससे इंदौर का होल्कर स्टेडियम गूंज उठा था। सहवाग ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तब वनडे इतिहास की 219 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली थी। उन्होंने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (200*) का वनडे में सबसे बड़े निजी स्कोर का रिकॉर्ड दो साल भी नहीं टिकने दिया था। सचिन ने 24 फरवरी, 2010 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे इतिहास का पहला दोहरा शतक बनाया था। सहवाग वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाले सचिन के बाद दूसरे बल्लेबाज थे।
सहवाग ने अपनी पारी में 25 चौके और 7 छक्के मारे
भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। सहवाग ने गौतम गंभीर के साथ पारी का आगाज किया और जल्द ही अपने रंग में आ गए। मैदान का ऐसा कोई कोना नहीं बचा जहां सहवाग ने शॉट ना मारा हो। उन्होंने 149 गेंदों में 219 रनों की तूफानी पारी खेली। उन्होंने इस दौरान 25 चौके और 7 छक्के जड़े। सहवाग की इस लाजवाब पारी के दम पर भारत ने 418/5 रन बनाए, जो अंतरराष्ट्रीय वनडे मेंअब भी उसका सबसे बड़ा स्कोर है। जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 49.2 ओवर में महज 265 रन बनाकर सिमट गई थी। इससे पहले भारत ने श्रीलंका के खिलाफ राजकोट में 15 दिसंबर, 2009 को 414/7 रन बनाए थे।
वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने सहवाग से हाथ मिलाया
वीरेंद्र सहवाग ने 44वें ओवर में आंद्रे रसेल की गेंद पर कट से चौका बटोरकर अपना दोहरा शतक पूरा किया था। विस्फोटक बल्लेबाजी करने वाले सहवाग 47वें ओवर तक टिक रहे थे। उन्हें पवेलियन भेजने के लिए वेस्टइंडीज को अपने सात गेंदबाजों को आजमाना पड़ा था। हालांकि, आखिरी में सफलता कीरोन पोलार्ड के हाथ लगी। पोलार्ड ने 47वें ओवर की तीसरी गेंद पर सहवाग को कैच आउट कराया। सहवाग के आउट होने पर भारत का कुल स्कोर 376 था। सहवाग जब वापस पवलियन जा रहे थे तब वेस्टइंडीज के खिलाड़ी उनसे हाथ मिलाने के लिए भी आए।
डबल सेंचुरी के बाद सहवाग ने कही थी ये बात
मैच के बाद सहवाग ने बताया था कि उन्हें पावरप्ले से लगने लगा था कि वह डबल सेंचुरी जड़ सकते हैं। उन्हें पारी के दौरान जीवनदान भी मिला था। सहवाग ने कहा था, 'जब पावरप्ले शुरू हुआ उसके बाद ही मुझे लगा कि मैं दोहरे शतक बना सकता हूं। जब डेरेन सैमी ने मेरा कैच ड्रॉप किया तब तो मैं बिल्कुल समझ गया कि भगवान मेरे साथ है।' गौरतलब है कि वनडे क्रिकेट में फिलहाल सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के नाम दर्ज है। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ साल 2014 में कोलकाता में 264 रन की पारी खेली थी। उन्होंने 173 गेंदों का सामना करते हुए 33 चौके और 9 छक्के जड़े थे।