- पीएसएल के आगाज से पहले उमर अकमल की बुकी से हुई थी मुलाकात
- इस बारे में समय रहते बोर्ड को नहीं दी थी सूचना
- पीसीबी ने कार्रवाई करते हुए लगा दिया था सभी तरह की क्रिकेट गतिविधि में भाग लेने पर प्रतिबंध
कराची: पाकिस्तान के विवादास्पद बल्लेबाज उमर अकमल के खिलाफ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने शुक्रवार को आरोप तय कर दिए। उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की भ्रष्टाचार रोधी संहिता की दो धाराओं के उल्लघंन करने के आरोप लगाए गए हैं। पाकिस्तान सुपर लीग के आगाज से ठीक पहले 20 फरवरी को उमर को भ्रष्टाचार के आरोप में पीसीबी ने अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था और उन्हें फ्रेंचाइजी क्वेटा ग्लेडिएटर्स की ओर से खेलने से रोक दिया गया था।
15 दिन में दायर करना है आरोपों का जवाब
उमर के खिलाफ पहला आरोप पीसीबी के सतर्कता और सुरक्षा विभाग (बिना किसी देरी के) को भ्रष्ट पेशकश का खुलासा करने में असफल रहने का लगा है। उनके खिलाफ चार्जशीट 17 मार्च को जारी की गयी थी। इसका जवाब देने के लिये 31 मार्च तक का समय दिया गया है। यह पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के 2.4.4 के अंतर्गत उल्लघंन था। भ्रष्टाचार रोधी संहिता की धारा 6.2 के अनुसार 2.4.4 के अंतर्गत दोषी पाये जाने वालों के लिये कम से कम छह महीने और अधिकतम आजीवन सजा का प्रावधान है।
बचने के लिए ली हैं बड़े वकील की सेवाएं
29 वर्षीय उमर अकमल ने पीएलएल के आगाज से पहले बुकी से मुलाकात की थी। इस दौरान उनसे पीएसएल के मैचों के दौरान स्पॉट फिक्सिंग करने के लिए कहा गया। लेकिन उन्होंने इसकी सूचना पीसीबी को नहीं दी और एंटी करप्शन यूनिट ने सबूत जुटाकर उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी। हालांकि उमर ने खुद को बेदाग साबित करने के लिए पाकिस्तान के बड़े वकील की सेवाएं ली हैं। देखते हैं अंजाम क्या होता है।