- भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में करारी हार मिली
- न्यूजीलैंड ने खिताबी मुकाबला 8 विकेट से जीता था
- फाइनल मैच इंग्लैंड के साउथैम्पटन में खेला गया था
पिछले महीने भारत का पहली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का खिताब जीतने का सपना टूट गया। भारत ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद फाइनल में एंट्री ली थी, लेकिन केन विलियमसन के नेतृत्व वाली न्यूजीलैंड ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इंग्लैंड के साथैम्पटन में खेले गए खिताबी मुकाबले में न्यूजीलैंड ने भारत को 8 विकेट से करारी शिकस्त दी। कई पूर्व क्रिकेट दिग्गजों और विशेषज्ञों ने विराट कोहली की टीम को जीत का प्रबल दावेदार बताया था और उम्मीद जताई कि भारत का 8 साल का खिताबी सूख खत्म हो जाएगा। भारत ने आखिरी आईसीसी ट्रॉफी 2013 में जीती थी।
भारत ने 139 रन का लक्ष्य दिया था
बारिश से प्रभावित फाइनल में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी थी। वहीं, भारतीय बल्लेबाज दोनों पारियों में कीवी गेंदबाजों डटकर सामना नहीं कर पाए। भारत ने पहले पारी में 217 रन बनाए थे। जवाब में न्यूजीलैंड ने 249 बनाकर पहली पारी के आधार पर 32 रन की बढ़त ले ली। यह बढ़त काफी निर्णायक साबित हुई। भारत ने दूसरी पारी में 170 रन का स्कोर खड़ा किया और न्यूजीलैंड के सामने 139 रन का छोटा लक्ष्य रखा। न्यूजीलैंड ने दो विकेट गंवाकर इस टार्गेट को आसानी से हासिल कर लिया था। कीवी टीम ने दो दशक बाद पहली बार किसी ट्रॉफी पर कब्जा किया था। न्यूजीलैंड ने इससे पहले साल 2000 में आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी अपने नाम की थी।
इमरान खान ने हार पर दिया ये बयान
तमाम क्रिकेट फैंस की तरह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान इमरान खान की भी डब्ल्यूटीसी फाइनल पर नजर थी। उन्होंने हाल ही में एक राजनीतिक चर्चा के दौरान न्यूजीलैंड की जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के शताब्दी वर्ष के मौके पर इमरान ने चीनी पत्रकारों से बात करते हुए इमरान ने बेतुका दिया। उन्होंने कहा, '5 मिलियन (50 लाख) लोगों के न्यूजीलैंड जैसे छोटे देश ने कुछ समय पहले भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीती है, जिसकी आबादी 1.3 बिलियन (एक अरब तीस करोड़) है। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि उनके पास प्रतिभा को ढूंढने और उसे निखारने का बहुत अच्छी व्यवस्था है।'