- अगले पांच साल में पीसीबी बनना चाहता है दुनिया का शीर्ष और विश्वसनीय क्रिकेट बोर्ड
- पीसीबी ने संचालन समिति से औपचारिक सहमति हासिल करके किया है इसका ऐलान
- कोरोना के कहर के कारण गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है पीसीबी
लाहौर: पहले से ही कंगाली का सामना कर रहे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए कोरोना वायरस काल बनकर आया है। पूरी दुनिया में क्रिकेट सहित अन्य क्रिकेट गतिविधियों पर लगे विराम ने उसका हाल बदहाल कर दिया है। ऐसे में पीसीबी ने अपने संचालन के लिए सोमवार को पांच साल की रणनीतिक योजना पेश की जिसका लक्ष्य उसने खुद को दुनिया के 'शीर्ष प्रदर्शन करने वाले और विश्वसनीय' संगठनों में से एक बनाना है।
पीसीबी ने कहा कि इस योजना को संचालन बोर्ड की स्वीकृति मिली चुकी है और इसे तैयार करने में चार मुख्य सिद्धांतों को ध्यान में रखा गया है जो जवाबदेही, पारदर्शिता, नैतिकता और पेशेवर रवैया है। 'हमारे देश को प्रेरित और एकजुट करने की पंचवर्षीय योजना' शीर्षक वाले इस दस्तावेज में रणनीतिक और कॉरपोरेट लक्ष्यों का जिक्र है। इसके अलावा राष्ट्रीय पुरुष, महिला और आयु वर्ग टीमों की प्रगति और बुनियादी ढांचे पर जोर देने की बात कही गई है। हालांकि यह नहीं बताया गया है कि इस लक्ष्य को कैसे हासिल किया जाएगा।
पीसीबी के बयान के अनुसार योजना के पूरे समय के दौरान इसे लागू करने की प्रक्रिया का हर महीने गहन निरीक्षण होगा। पीसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वसीम खान ने कहा, 'हमने 2019 में पंचवर्षीय योजना तैयार की और हमें संचालन बोर्ड की स्वीकृति का इंतजार था। हमें खुशी है कि इस साल फरवरी में हरी झंडी मिल गई और हम इस स्थिति में हैं कि इसकी औपचारिक घोषणा कर सकें।'