- क्विंटन डी कॉक ने फखर जमान का ध्यान भटकाया, जिससे वह रनआउट हुए
- क्विंटन डी कॉक की इस हरकत के बाद सोशल मीडिया पर काफी किरकिरी हुई
- फखर जमान ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी पारी खेलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया
जोहानसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच दूसरे वनडे में रिकॉर्ड्स की बरसात हुई क्योंकि फखर जमान ने एक ऐसी पारी खेली, जिसे लंबे समय तक क्रिकेट फैंस भूल नहीं पाएंगे। पाकिस्तान की टीम दूसरे वनडे में 342 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा कर रही थी। एक समय उसने 120 रन पर अपने शीर्ष पांच विकेट गंवा दिए थे। प्रोटियाज टीम मैच में पकड़ बना चुकी थी और एकतरफा जीत दर्ज करने की ओर बढ़ रही थी।
तभी फखर जमान चट्टान की तरह अड़ गए और अकेले की दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की खटिया खड़ी कर दी। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 155 गेंदों में 18 चौके और 10 छक्के की मदद से 193 रन बनाए और पाकिस्तान के लिए ऐसा मुकाबला बना दिया कि वह इसे जीत भी सकता था। फखर जमान अपने दोहरे शतक से केवल 7 रन दूर रह गए और रनआउट होकर पवेलियन लौट गए।
फखर जमान आखिरी ओवर में रनआउट हुए। पाकिस्तान को तब जीत के लिए 30 रन की जरूरत थी। हालांकि, फखर जमान के रनआउट से फैंस व क्रिकेट पंडित बिलकुल भी खुश नजर नहीं आए। दरअसल, क्विंटन डी कॉक ने जिस अंदाज में फखर जमान को रनआउट कराया, उसके बाद से इस पर विवाद की स्थिति बन गई है। क्विंटन डी कॉक की सोशल मीडिया पर जमकर किरकिरी भी हुई।
देखें वीडियो
क्या है आईसीसी का नियम
क्विंटन डी कॉक ने फील्डर की तरफ ऐसा इशारा किया कि गेंद नॉन स्ट्राइकर की तरफ थ्रो की जा रही है। यह देखकर फखर जमान धीमे हो गए और लांग ऑन से फील्डर ने सटीक थ्रो जमाया जो सीधे स्टंप पर जाकर लगा। यह पाकिस्तान और फखर जमान दोनों के लिए बड़ा झटका था। यह खेल भावना के विपरीत वाला अंदाज था। बल्लेबाज के पास अपना दोहरा शतक पूरा करने का मौका था। इसके बाद से आईसीसी के नियम को लेकर काफी बहस छिड़ गई है।
यहां प्रासंगिक सवाल क्रिकेट 2017 के कानून (मैरीलिबोन क्रिकेट क्लब) के कानून 41 के संदर्भ में उठता है, जो 'अनफेयर प्ले' पर चर्चा करता है। कानून का कोड 41.5 यानी 'बल्लेबाजों का ध्यान भंग करना, धोखेबाजी या बाधा को दूर करना' 41.5.1 के तहत विस्तृत होता है कि यह किसी भी फील्डर के लिए अनुचित है कि वह किसी भी फील्डर के लिए, वचन या कर्म से, विचलित करने, धोखा देने या बाधा डालने के लिए या तो बल्लेबाज के लिए अनुचित है, या उसके बाद बल्लेबाज स्ट्राइकर को गेंद मिली है'।
यदि मामले में अंपायरों को लगता है कि क्षेत्ररक्षक ने 'इस तरह की गड़बड़ी का कारण या प्रयास किया है', तो उन्हें दोनों कप्तानों को सूचित करने और बाद में दोषी पक्ष को 5-रन की पेनल्टी देने का अधिकार दिया गया है। अगर वांडरर्स में ऐसा होता तो न केवल फखर जमान नॉटआउट होते, लेकिन पाकिस्तान के टीम स्कोर में 5 रन जुड़ जाते। भले ही इसका मैच पर क्या प्रभाव पड़ता, इसकी किसी को जानकारी नहीं, लेकिन क्विंटन डी कॉक के एक्शन ने निश्चित रूप से खेल भावना पर गर्म बहस छेड़ने का काम किया है।