- 18 सितंबर को खत्म हो रहा है अहसान मनी का तीन साल का कार्यकाल
- तीन साल पहले पीएम इमरान की पसंद से निर्विरोध निर्वाचित हुए थे अध्यक्ष
- उनकी जगह पूर्व क्रिकेटर के हाथों में सौंपी जा सकती है बोर्ड की कमान
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और मशहूर कॉमेन्ट्रेटर रमीज राजा का नाम पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए अध्यक्ष के रूप में सबसे आगे चल रहा है। माना जा रहा है कि वो मौजूदा अध्यक्ष अहसान मनी की जगह ले सकते हैं जिनका तीन साल का कार्यकाल 18 सितंबर को खत्म होने जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके मौजूदा कार्यकाल से पाकिस्तान के पीएम संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए उन्हें अगला मौका नहीं दिया जाएगा। हालांकि इस बारे में अंतिम निर्णय पीएम इमरान खान को लेना है। जो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के झंडाबरदार हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट में तो यहां तक कहा गया है पीसीबी गर्वनिंग बोर्ड के सामने नए अध्यक्ष के लिए दो नामों का सुझाव अगल कुछ दिन में रखेगा। अहसान मनी और असद अली खान गर्वनिंग बोर्ड में पीएम इमरान खान के नुमाइंदे हैं। माना जा रहा है कि राजा मनी की जगह ले लेंगे। इमरान खान की कप्तानी में 1992 में विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे रमीज राजा इस पद पर काबिज होने की सारी कसौटियों या मापदंडों पर खरे उतर रहे हैं।
पाकिस्तान के लिए 57 टेस्ट और 198 वनडे खेल चुके हैं रमीज
59 वर्षीय रमीज राजा ने पाकिस्तान के लिए 57 टेस्ट और 198 वनडे मैच खेल हैं और इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 2,833 और वनडे में 5,841 रन बनाए हैं। वो अस्सी और नब्बे के दशक में पाकिस्तानी टीम के बेहद अहम सदस्य हुआ करते थे। 1987 और 1992 के वर्ल्ड कप के दौरान भी वो टीम के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक थे।
इस्तीफे की अटकलों को खारिज करते रहे हैं अहसान मनी
अहसान मनी कई बार पीसीबी अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे की खबर को खारिज करते रहे हैं। पूर्व विकेटकीपर राशिद लतीफ ने ट्वीट करके अहसान मनी के इस्तीफा देने का दावा किया था। लेकिन इस बारे में अहसान मनी ने खुद सामने आकर सफाई दी थी और दावे को सिरे से खारिज कर दिया था। अहसान मनी साल 1989 से 1996 तक आईसीसी में पीसीबी की नुमाइंदगी कर चुके हैं। 1996 और 1999 के विश्व कप के दौरान वो आईसीसी की सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में भी काम कर चुके हैं।
इमरान खान ने अगस्त,2018 में अहसान मनी को पीसीबी अध्यक्ष पद के रूप में नामित किया था। इसके बाद वो निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे। उन्होंने नजम सेठी की जगह पीसीबी अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला था। अब तीन साल बाद उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है।