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आंकड़ों में रणजी ट्रॉफी 2019-20: इन वजहों से किया जाएगा सीजन को याद, बने कई बड़े और ऐतिहासिक रिकॉर्ड 

Updated Mar 15, 2020 | 12:06 IST

सौराष्ट्र की बंगाल के खिलाफ खिताबी जीत के साथ खत्म हुआ रणजी ट्रॉफी 2019-20 का सीजन कई वजहों हमेशा याद किया जाएगा। आईए कुछ चुनिंदा रिकॉर्ड्स और वजहों पर नजर डालते हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
Ranji winner
मुख्य बातें
  • सौराष्ट्र ने पहली बार किया रणजी ट्रॉफी खिताब पर कब्जा
  • वसीम जाफर ने बनाया सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड
  • विनय कुमार बने रणजी इतिहास के सबसे सफल तेज गेंदबाज

नई दिल्ली: सौराष्ट्र की बंगाल के खिलाफ जीत के साथ ही रणजी ट्रॉफी 2019-20 का समापन हो गया। साल 1950-51 से रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने के बाद सौराष्ट्र को पहली खिताब अपने नाम करने में 70 साल लग गए। उन्हें ये सफलता चौथी और लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचने के बाद मिली। एक साल पहले विदर्भ के खिलाफ खिताबी मुकाबले में उनके हाथ निराशा लगी थी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और रणजी चैंपियन बनने के सपने को पूरा कर दिखाया। कई मायनों में ये सीजन यादगार रहा। आइए नजर डालते हैं कुछ रोचक आंकड़ों पर। 

बल्लेबाजों ने किया 15 साल में सबसे खराब प्रदर्शन
हालिया सीजन में बल्लेबाजों का रन प्रदर्शन बेहद खराब रहा। प्रत्येक विकेट का रन औसत 27.13 रहा जो कि पिछले 15 साल में सबसे खराब है। पिछले सीजन और 2005-06 में प्रति विकेट रन औसत 28.24 था जो कि सबसे कम था लेकिन इस बार यह और नीचे चला गया। दो साल पहले 2017-18 में यह 33.21 था जो कि हाल के दिनों में रणजी में बल्लेबाजों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। 

15 साल में सबसे ज्यादा रन रेट
भले ही प्रति विकेट रन औसत इस बार बल्लेबाजों का खराब रहा है लेकिन रन रेट के मामले में इन्होंने 15 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। हालिया सीजन में बल्लेबाजों ने 3.25 रन प्रति ओवर की दर से बनाए। जो कि डेढ़ दशक में सबसे ज्यादा है। पिछले सीजन प्रति ओवर रन रेट 3.14 था और साल 2017-18 में 3.23। ये पिछले 15 साल में रन रेट के लिहाज से टॉप थ्री प्रदर्शन है। 

64.50 प्रतिशत मैचों का निकला नतीजा
हालिया रणजी सीजन में कुल 169 मैच खेले गए जिसमें से 109 का नतीजा निकला। यह 15 साल में रणजी ट्रॉफी में रिजल्ट के लिहाज से दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। पिछले सीजन 65 प्रतिशत मैचों के परिणाम निकले थे। इस बार जिन मैचों के परिणाम नहीं निकले उसमें से अधिकांश में बारिश ने बाधा डाली थी। 

ओपनर्स ने किया शर्मनाक प्रदर्शन 
हालिया सीजन में ओपनर्स ने बेहद खराब प्रदर्शन किया है। इस बार पूरे सीजन में ओपनर्स ने साझा रुप से कुल 24.77 की औसत से पन बनाए। जो कि 15 साल में सबसे खराब प्रदर्शन है। इस बार कोई भी ओपनर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप 20 बल्लेबाजों की सूची में जगह नहीं बना सका। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले ओपनर गोवा के सुमिरन अमोनकर रहे उन्होंने कुल 646 रन बनाए। जिन 17 ओपनर्स ने 400 से ज्यादा रन बनाए उनमें से केवल दो का औसत 50 से ज्यादा का रहा। चंडीगढ़ के अर्सलन खान का ने 504 रन 72 के औसत और तमिलनाडु के अभिनव मुकुंद ने 564 रन 70.5 के औसत से बनाए। 

नॉकआउट में अनुस्तूप मजूमदार ने किया धमाकेदार प्रदर्शन 
बंगाल के बल्लेबाज अनुस्तूप मजूमदार ने नॉकआउट दौर में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 3 मैच में कुल 420 रन बनाए। वह लीग दौर में 8 पारियों में 35.50 की औसत से कुल 284 रन बना सके थे। जिसमें दो अर्धशतक शामिल थे लेकिन नॉकआउट दौर में उन्होंने 5 पारियों में 105 की औसत से 420 रन बनाए जिसमें दो शतक और एक अर्धशतक शामिल था। क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में उन्होंने शतकीय पारी खेली थी। 

मुकुंद बने दस हजारी 
तमिलनाडू के बल्लेबाज अभिनव मुकुंद ने बड़ौदा के खिलाफ 206 रन की पारी के दौरान रणजी ट्रॉफी में 10 हजार रन पूरे किए। 

पुजारा ने पूरे किए 50 शतक
चेतेश्वर पुजारा ने इस सीजन प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 50 शतक पूरे कर लिया। ये उपलब्धि उन्होंने प्रथम श्रेणी करियर का 13वां दोहरा शतक जड़ते हुए कर्नाटक के खिलाफ हासिल की थी। इस मैच में उन्होंने 248 रन बनाए थे। वो पहले भारत के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक जड़ने वाले बल्लेबाज हैं। पुजारा प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शतकों का अर्धशतक पूरा करने वाले नौवें भारतीय बल्लेबाज हैं। 

विनय बने सबसे सफल तेज गेंदबाज 
विनय कुमार 442 विकेट के साथ रणजी ट्रॉफी इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज बन गए हैं। पुदुचेरी के लिए खेलने वाले विनय सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में राजेंद्र गोएल( 637), एस वैंकटराघवन(530) और सुनील जोशी(479) के बाद रणजी इतिहास के चौथे सबसे सफल गेंदबाज हैं। इस सीजन से पहले वो इस सूची में 11वें पायदान पर थे लेकिन 45 विकेट लेकर उन्होंने 7 स्थान की छलांग लगाई और चौथे स्थान पर काबिज हो गए। 

विकेट के पीछे 300 शिकार
पार्थिव पटेल रणजी इतिहास के पांचवें सबसे सफल विकेट कीपर बन गए। वो विकेट के पीछे 300 से ज्यादा शिकार करने वाले पांचवें खिलाड़ी हैं। उनके 103 मैच में 305 शिकार हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने 11 हजार रन भी प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पूरे कर लिए। 

रणजी इतिहास में सबसे ज्यादा रन और मैच 
विदर्भ के साथ अपना आखिरी रणजी सीजन खेलने वाले वसीम जाफर ने रणजी इतिहास में सबसे ज्यादा मैच खेलने के साथ सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। उन्होंने रणजी में 12 हजार रन पूरे करने की उपलब्धि भी इसी सीजन में हासिल की। 

एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला तेज गेंदबाज

जयदेव उनादकट ने इस बार 10 मैच में 13.23 के शानदार औसत से कुल 67 विकेट लिए। वो एक रणजी सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज बन गए और एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज बनने से महज 1 विकेट से चूक गए।  

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