- रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल्स
- उत्तराखंड बनाम मुंबई
- मध्य प्रदेश बनाम पंजाब
मुंबई की टीम सोमवार को यहां उत्तराखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल में प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगी। लगभग 22 साल पहले उत्तराखंड जब अस्तित्व में आया तब तक मुंबई की टीम देश के शीर्ष घरेलू टूर्नामेंट का खिताब अभूतपूर्व 34 बार जीत चुकी थी। मुंबई ने 2000 से 2022 के बीच सात और खिताब जीते।
मुंबई की टीम में हालांकि अब अतीत जैसा दमखम नहीं है। एक समय ऐसा था जब घरेलू क्रिकेट में मुंबई का दबदबा था और टीम प्रत्येक टूर्नामेंट में प्रबल दावेदार के रूप में उतरती थी। अब हालांकि अन्य टीम भी मुंबई को कड़ी टक्कर दे रही हैं। मुंबई के लिए मौजूदा सत्र में क्वार्टर फाइनल तक का सफर आसान नहीं रहा है। सौराष्ट्र के अपने अंतिम ग्रुप मैच में गोवा के खिलाफ बोनस अंक सहित जीत दर्ज करने में नाकाम रहने पर मुंबई ने अंतिम आठ में जगह बनाई।
इसके बावजूद 41 बार का रणजी चैंपियन उत्तराखंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा। मुंबई को अपने कप्तान पृथ्वी साव से काफी उम्मीदें हैं कि वह आगे बढ़कर टीम की अगुआई करेंगे। दाएं हाथ का यह बल्लेबाज किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने में सक्षम है और अलूर क्रिकेट स्टेडियम दो में उत्तराखंड के अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण को अपने निशाने पर रखने का प्रयास करेगा।
आक्रामक बल्लेबाज पृथ्वी किसी भी प्रारूप में विरोधी टीम के लिए खतरा हैं और उत्तराखंड की टीम उन्हें जल्दी आउट करने की कोशिश करेगी। मुंबई के बल्लेबाज हालांकि काफी अनुभवी नहीं हैं जिसमें अरमान जाफर, भूपेन लालवानी और हार्दिक तमोरे भी शामिल हैं। इन सभी को अपनी भूमिका को ध्यान में रखकर खेलना होगा।
पृथ्वी के अलावा युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और सरफराज खान से टीम को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। सरफराज के छोटे भाई मुशीर को भी टीम में शामिल किया गया है और ऐसे में बड़ा भाई उसके सामने उदाहरण पेश करना चाहेगा। इंडियन प्रीमियर लीग 2022 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए अच्छा प्रदर्शन करने वाले सरफराज ने कई मौकों पर मुंबई को मुश्किलों से उबारा है और एक बार फिर उन पर नजरें रहेंगी।
जायसवाल पर भी टीम प्रबंधन और कोच अमोल मजूमदार ने एक बार फिर भरोसा किया है। ये दोनों बल्लेबाज विविध शॉट खेलने में सक्षम हैं और विरोधी आक्रमण को नेस्तनाबूद कर सकते हैं।
अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज आदित्य तारे और बाएं हाथ के स्पिन आलराउंडर शम्स मुलानी को अधिक जिम्मेदारी निभानी होगी। मुलानी ने गोवा के खिलाफ टीम के अंतिम लीग मैच में 11 विकेट चटकाए और विरोधी बल्लेबाजों को एक बार फिर अपनी फिरकी के जाल में उलझाने की कोशिश करेंगे।
गोवा के खिलाफ मुलानी ने तनुष कोटियान के साथ मिलकर मैच विजयी साझेदारी भी की थी।
मुलानी का अंतिम एकादश में खेलना तय है और ऐसे में आफ स्पिनर कोटियान को उनकी बल्लेबाजी क्षमता के कारण सीनियर खिलाड़ी शशांक अतार्डे पर प्राथमिकता दी जा सकती है। अनुभवी धवल कुलकणी की अगुआई में मुंबई का तेज गेंदबाजी आक्रमण प्रभावी है। तुषार देशपांडे उनका साथ निभाएंगे। तीसरे तेज गेंदबाज की दौड़ में मोहित अवस्थी और रॉयस्टन डियास के बीच मुकाबला होगा।
मुंबई की टीम 42वें खिताब की ओर एक कदम और बढ़ाना चाहेगी तो वहीं उत्तराखंड की नजरें विरोधी टीम को हैरान करने पर टिकी होंगी। दूसरी तरफ पंजाब और मध्य प्रदेश के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल में शुभमन गिल आकर्षण का केंद्र होंगे। आईपीएल 15 चैंपियन गुजरात टाइटंस के साथ सफल सत्र के बाद सलामी बल्लेबाज गिल से एक बार फिर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। उनकी टीम पंजाब और मध्य प्रदेश के बीच रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है।
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को मध्य प्रदेश के विविधता भरे गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना पड़ेगा जिसमें हाल में आईपीएल पदार्पण करने वाले बाएं हाथ के स्पिनर कुमार कार्तिकेय सिंह भी शामिल हैं। इस मुकाबले में दो अनुभवी कोच चंद्रकांत पंडित और सुरेंद्र भावे भी आमने सामने होंगे जिन्हें घरेलू क्रिकेट में सबसे अच्छे रणनीतिकारों में शामिल किया जाता है।