- हिमाचल ने पहली बार जीता विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब
- फाइनल में तमिलनाडु जैसी दिग्गज टीम को दी 11 रन से मात
- 24 साल के शुभम अरोड़ा रहे टीम की जीत के हीरो
मुंबई: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने रविवार को पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी जीतने वाली हिमाचल प्रदेश की टीम प्रशंसा करते हुए कहा, 'यह महान प्रेरणादायी कहानियों में से एक है।'
महान प्रेरणदायी है हिमाचल की जीत की कहानी
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, 'हिमाचल जैसी टीम जैसा कि मैंने कहा कोई सुपरस्टार नहीं, लेकिन टूर्नामेंट जीत लेना, दिखाता है कि अगर आपका काम के प्रति समर्पण अच्छा है, आप विनम्र हैं, आप अहंकारी नहीं हैं और आप बतौर टीम खेल को सही भावना से खेलना चाहते हैं तो आप ऊंचाईयों को हासिल कर सकते हैं। इसलिये इस टूर्नामेंट में एक के बाद एक बड़ा उलटफेर करने के लिये उन्हें सलाम।'
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर ने यहां मुंबई पुलिस जिमखाना में 74वें पुलिस शील्ड टूर्नामेंट में पुरस्कार वितरण समारोह के बाद ये बातें कहीं। हिमाचल प्रदेश ने रविवार को विजय हजारे ट्राफी के फाइनल में मजबूत तमिलनाडु को हराकर उलटफेर किया।
पुलिस शील्ड ट्रॉफी में खेली 249 रन की पारी
भारतीय खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव ने पुलिस शील्ड के फाइनल में विजेता टीम पारसी जिमखाना के लिये 249 रन बनाये और जीत में अहम भूमिका निभाई। शास्त्री के मुताबिक सूर्यकुमार की यह पारी बड़े टूर्नामेंट में मदद करेगी। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि सबसे अच्छी चीज मुंबई के सीनियर खिलाड़ियों ने इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया।'
शास्त्री ने कहा, 'सूर्यकुमार यादव (जो अब भारतीय टीम में हैं) सीनियर खिलाड़ी हैं और ये खिलाड़ी इन टूर्नामेंट में खेल रहे हैं जिससे ड्रेसिंम रूम में अन्य खिलाड़ियों को उनके जैसा करने का आत्मविश्वास मिलता है।'
बड़े खिलाड़ियों के बीच हिमाचल ने लगातार किए उलटफेर
उन्होंने कहा, 'जब मैं कभी कभार स्कोर शीट देखता हूं कि पुडुचेरी ने मुंबई को दो बार हराया क्योंकि वह सामान्य टीम नहीं है, कोई भी टीम किसी भी दिन किसी भी टीम को हरा सकती है लेकिन इससे पता चलता है कि कहीं कोई समस्या है।'
शास्त्री ने कहा, 'जब आप हिमाचल जैसी टीम को फाइनल में पहुंचते देखते हो जिसमें कोई बड़े नाम नहीं है और मुंबई की टीम आगे नहीं जा पाती जो पिछले कुछ समय से हो रहा है तो आप सवाल पूछना शुरू कर देते हो।' उन्होंने कहा, 'पहली बात तो कहूंगा कि जो लोग इन दिनों मुंबई के लिये खेलते हैं, वो चीजों को हल्के में लेते हैं।'