नई दिल्ली: कोरोना वायरस से लड़ने के लिए रविवार को यानी आज देश में सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक 'जनता कर्फ्यू' रहेगा। जनता कर्फ्यू का असर पूरे देश में देखने को मिल रहा है। सभी राज्यों में सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग इसपर बखूबी अमल कर रहे है। भारतीय टीम के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन 'जनता कर्फ्यू' की अच्छी शुरुआत से बेहद खुश हैं। उन्होंने इसे अविश्वसनीय बताया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट पर देश के नाम संबोधन में ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील थी। उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवाओं वाले लोगों को छोड़कर किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
'उम्मीद कि आगे भी बढ़ाया जाएगा'
अश्विन ने ट्विटर पर लिखा, ‘जनता कर्फ्यू की अविश्वसनीय शुरुआत। स्कूल में जैसा कहते थे पिन ड्रॉप साइलेंस (पूरी तरह सन्नाटा)। उम्मीद है कि इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा और आने वाले दिनों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाता रहेगा।' हालांकि, अश्विन के इस ट्वीट पर निले भंडारी नाम के एक यूजर ने आपत्ति दर्ज कराई। भंडारी ने कमेंट किया, 'यह सिर्फ शुरुआत है, अभी से निष्कर्ष पर मत कूदो।' वहीं, अश्विन ने भंडारी के कमेंट पर जवाब देते हुए लिखा, 'मैंने कभी निष्कर्ष नहीं निकाला, लेकिन एक अच्छी शुरुआत लोगों के इरादे को दिखाती है जो एक साथ इसका मुकाबला कनरा चाहते हैं। हम निष्कर्ष से बहुत दूर हैं।'
इसके अलावा अश्विन ने एक अन्य ट्विट कर उन लोगों पर सवाल उठाया जो हमेशा सिस्टम में खामियां तलाशते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'लोग दूसरों के कार्यों में कमियां देखते हैं या हमारे सिस्टम में क्या खामियां हैं इसका जिक्र करते हैं। थोड़ा ब्रेक लें और जब आप 'सोशल मीडिया डिस्टेंसिंग' का कड़ाई से अभ्यास करें तो अपने अंदर झांकें। समाज की समरसता के लिए यह आपका सबसे बड़ा योगदान होगा। जय हिंद।'
13 हजार से ज्यादा लोगों की गई जान
कोरोना वायरस के चलते अबतक दुनियाभर में 13 हजार से ज्यादा लोगों की जान चुकी है। सबसे ज्यादा मौत इटली में हुई हैं। इटली में मरने वालों की तादाद 4800 से ऊपर पहुंच गई है जो दुनिया में किसी में एक देश में सबसे अधिक है। यहां शनिवार को कोरोना वायरस से 793 लोगों की मौत हो गई जो एक दिन में हुई सर्वाधिक मौत है। इटली के बाद कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें चीन में हुई हैं। वहीं, भारत की बात करें तो अभी तक 320 से अधिक मामले सामने आए हैं। दुनियाभर में कोरोना के कुल पीड़ित मरीजो की संख्या 3 लाख से अधिक है।