- मोहाली टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 175* रन बनाने के बाद जडेजा ने झटका 1 विकेट
- एक धमाकेदार शतकीय पारी के बल पर रिकॉर्ड बुक्स के कई पन्नों में दर्ज हुआ नाम
- कपिल देव के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 400 से ज्यादा विकेट और 5 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले बने दूसरे खिलाड़ी
मोहाली: टीम इंडिया के धाकड़ ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा( Ravindra Jadeja) ने शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक जड़ा। जडेजा ने 228 गेंद में 175 रन की नाबाद पारी खेली और भारतीय टीम को 8 विकेट पर 574 रन के स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की। अपनी इस पारी के दौरान जडेजा ने निचले क्रम पर बल्लेबाजी के कई टेस्ट रिकॉर्ड तोड़े। इसके साथ ही एक और विशेष उपलब्धि भी हासिल की जो उनसे पहले केवल कपिल देव अपने नाम कर सके।
कपिल का तोड़ा रिकॉर्ड, गब्बर-गंभीर के से चूके
जडेजा ने सातवें पायदान पर बल्लेबाजी करते हुए भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेलने का कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ दिया। कपिल देव ने इसी क्रम पर बैटिंग करते हुए कानपुर में साल 1986 में श्रीलंका के ही खिलाफ 163 रन की पारी खेली थी। लेकिन सर जडेजा मोहाली के मैदान पर सबसे बड़ी टेस्ट पारी खेलने के मामले में शिखर धवन और गौतम गंभीर का रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए। शिखर धवन ने मोहाली के मैदान पर अपने डेब्यू टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 187 रन बनाए थे। वहीं गंभीर ने इंग्लैंड के खिलाफ साल 2008 में 179 रन की पारी खेली थी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 5 हजार से ज्यादा रन और 400 से ज्यादा विकेट
इसी दौरान रवींद्र जडेजा ने बतौर ऑलराउंडर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 5 हजार से ज्यादा रन और 400 से ज्यादा विकेट लेने वाले कपिल देव के बाद दूसरे भारतीय बन गए हैं। जडेजा के नाम श्रीलंका के खिलाफ मोहाली टेस्ट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक नाम 248* मैच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 5,107 रन और 469 विकेट हो गए हैं। वहीं कपिल देव ने 356 मैच में 9,031 रन बनाए और 687 विकेट झटके थे।
दिग्गज ऑलराउंडर्स के क्लब में हुई एंट्री
रवींद्र जडेजा का नाम मोहाली में 175* रन की नाबाद पारी खेलने के साथ ही दुनिया के दिग्गज ऑलराउंडर्स की स्पेशस सूची में भी दर्ज हो गया है। वो टेस्ट क्रिकेट में दो सौ से ज्यादा विकेट लेने और 175 या उससे अधिक रन की पारी खेलने वाले सातवें प्लेयर बन गए हैं। उनसे पहले गैरी सोबर्स(वेस्टइंडीज), वसीम अकरम(पाकिस्तान), जैक कैलिस(द. अफ्रीका), शाकिब अल हसन(बांग्लादेश), इयान बॉथम(इंग्लैंड), जेसन गेलेस्पी(ऑस्ट्रेलिया) ही ये स्पेशल उपलब्धि हासिल कर सके। इस सूची में शामिल होने वाले वो पहले भारतीय हैं।