- आमरे ने कहा कि पंत को दबाव से दूर रखकर फॉर्म में लौटाया जा सकता है
- पंत ने पिछले साल आईपीएल में दमदार प्रदर्शन करते हुए 488 रन बनाए थे
- आमरे ने कहा कि आईपीएल के फॉर्मूले से अपनी लय में लौट सकते हैं पंत
नई दिल्ली: टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत इस समय आलोचनाओं से घिरे हुए हैं। सोशल मीडिया हो या फिर क्रिकेट विशेषज्ञ, पंत की चारों तरफ से आलोचना हो रही है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज में टेस्ट टीम से जगह गंवाने वाले पंत के लिए हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ संपन्न तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज भी अच्छी नहीं गुजरी। 22 साल के क्रिकेटर की इसके बाद से जोरदार आलोचना हो रही है।
रिषभ पंत की विकेटकीपिंग पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। माना जा रहा था कि युवा क्रिकेटर बल्ले से अपनी छाप छोड़ेगा, लेकिन उनके खाते में रनों का सूखा पड़ा हुआ है। तो आखिर पंत से गलती क्या हो रही है? जहां वह इस समय टी20 क्रिकेट में संघर्ष कर रहे हैं, वहीं उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में बेहतरीन प्रदर्शन किया था।
पंत 2019 आईपीएल से पहले भी खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था, जहां उनकी विकेटकीपिंग भी काफी खराब रही थी और बल्ले से भी रन नहीं निकले थे। मगर लीग के दौरान बाएं हाथ के बल्लेबाज ने फॉर्म में वापसी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया और अपनी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। पंत ने तब 488 रन बनाए थे।
भारत के पूर्व बल्लेबाज और पिछले सीजन में दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच रहे प्रवीण आमरे ने कहा, 'रिषभ आईपीएल में खराब फॉर्म से जूझते हुए खेलने पहुंचा था। उसे प्रमुख कोच रिकी पोंटिंग ने बड़े अच्छे से संभाला और अपने आप को अभिव्यक्त करने की जगह दी। यह उस बात पर भी निर्भर था कि वह ज्यादा प्रयास नहीं करे। हमने कोशिश की थी कि पंत को दबाव से दूर रखें। हमने अपनी रणनीति बेहद आसान बना रखी थी, खेल को छोटे-छोटे भागों में बाटो।'
आमरे ने कहा कि पंत के खेल का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा उसकी टाइमिंग है। उन्होंने कहा, 'रिषभ पंत बिलकुल विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसा है, जो गेंद को शानदार टाइमिंग के साथ खेलता है। उसे इस पर ध्यान लगाना चाहिए कि सही टाइमिंग के साथ गेंद पर प्रहार करे। वह कई बार उलझा हुआ नजर आता है कि कैसे आउट हो गया। उसे इंतजार करके खेलना है या फिर आक्रामक होकर खेलना है। वह इसी उलझन में अपना विकेट गंवाते आ रहा है।'
बता दें कि पिछले साल दिल्ली कैपिटल्स की 9 जीत में से तीन बार मैन ऑफ द मैच का खिताब रिषभ पंत को मिला था। इसमें सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबला शामिल है। आमरे ने कहा, 'ज्यादातर बल्लेबाज पावरप्ले या अंतिम ओवरों में गेंद पर प्रहार करते हैं। पंत तो मिडिल ओवर में भी ऐसा करना जानता है। यही वजह है जो उसे विशेष बनाती है।'