- चेन्नई सुपर किंग्स बनाम मुंबई इंडियंस
- ऋतुराज गायकवाड़ का बल्ला खूब बोला
- उन्होंने आखिर तक टिककर बैटिंग की
Ruturaj Gaikwad in Chennai Super Kings vs Mumbai Indians: चेन्नई सुपर किंग्स के सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ मुश्किल वक्त में शानदार पारी खेली। उन्होंने 58 गेंदों में 9 चौकों और 4 छक्कों की मदद से नाबाद 88 रन बनाए। गायकवाड़ उस वक्त क्रीज पर टिके, जब चेन्नई के चार विकेट 24 रन पर गिर गए थे। उन्होंने रवींद्र जडेजा (26) के साथ पांचवें विकेट के लिए 81 और ड्वेन ब्रावो (23) के संग छठे विकेट के लिए 39 रन की अहम साझेदारी की। इन पार्टनरशिप की बदौलत चेन्नई ने 6 विकेट के नुकसान पर 156 रन का स्कोर खड़ा किया और फिर मुंबई को 136/8 पर रोक दिया। चेन्नई ने 20 रन से मैच अपने नाम किया।
गायकवाड़ ने इस तरह की प्लानिंग
मैच के बाद गायकवाड़ ने संकट में धमाकेदार पारी खेलने का राज खोला। उन्होंने बताया कि बैटिंग के दौरान कैसे प्लानिंग की थी। गायकवाड़ ने कहा कि यह मेरी अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक थी। हम काफी दबाव में थे। मुझे इसे संभलकर आगे बढ़ाना पड़ा। 10-12 ओवर तक बल्लेबाजी करने के बाद खुद को समय दिया और फिर 120-130 के लिए जद्दोजहद शुरू कर दी। फिर धीरे-धीरे 140-150 के पार जाना संभव हो पाया। यह मिडिल में समय बिताने की बात थी। माही भाई और सीएसके प्रबंधन मुझे सपोर्ट करते हैं, वे सकारात्मक चीजों के अलावा कुछ भी नहीं सोचने देते।'
'श्रीलंका दौरे से काफी आत्मविश्वास मिला'
गायकवाड़ ने कहा कि शुरुआत में सीम और स्विंग मूवमेंट था, लेकिन मुझे स्पिनरों के खिलाफ शॉट जमाने के मौके बनाने पड़े। वहीं, जब रवींद्र जडेजा बल्लेबाजी के लिए आए तो मुझे फिर मौका लेना पड़ा और जो अच्छा रहा। वहीं, गायकवाड़ ने मुंबई इंडियंस के क्विंटन डिकॉक का कैच का कैच नहीं लपके पर कहा कि मुझसे कैच छूटा लेकिन अच्छा हुआ कि दीपक ने उन्हें जल्दी आउट कर दिया। गायकवाड़ ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में कहा कि उन्हें श्रीलंका दौरे से काफी आत्मविश्वास मिला और फिर यूएई में आकर तैयारी से भी मदद मिली।
कोच ने की गायकवाड़ की तारीफ
चेन्नई के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने गायकवाड़ की तारीफ की है। उन्होंने कहा, 'गायकवाड़ की पारी खास थी। बड़े स्कोर वाले मैच में बड़ी पारी खेलना अच्छा होता है लेकिन इस तरह के मैच में ऐसी पारी खेलकर टीम को मैच में बने रहने का मौका देना और भी खास है।' उन्होंने कहा, 'उसने दबाव का बखूबी सामना किया और रनगति को बढाया। उसकी पारी की बदौलत ही हम दबाव बनाने में कामयाब रहे। उसकी पारी यादगार थी।'