- भारत ने जिंबाब्वे को दूसरे वनडे में 5 विकेट से हराया
- भारत ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बनाई
- भारतीय टीम ने 146 गेंदें शेष रहते 162 रन का लक्ष्य हासिल किया
हरारे: टीम इंडिया ने शनिवार को हरारे में खेले गए दूसरे वनडे में जिंबाब्वे को पांच विकेट से हरा दिया। भारतीय टीम के कप्तान केएल राहुल ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज और पूर्व चयनकर्ता सबा करीम इस फैसले से नाखुश हैं। करीम का विचार है कि भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी करनी चाहिए थी और लक्ष्य का पीछा करने के कंफर्ट जोन से बाहर निकलने की जरूरत है।
भारतीय टीम ने दूसरे वनडे में जिंबाब्वे को केवल 38.1 ओवर में 161 रन पर ऑलआउट कर दिया था। शार्दुल ठाकुर भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने तीन विकेट लिए। ठाकुर के अलावा अन्य भारतीय गेंदबाजों ने एक-एक विकेट लिए। करीम का मानना है कि भारत अगर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करता तो उसे मैच और सीरीज में ज्यादा फायदा मिलता।
सबा करीम ने कहा, 'अगर आप बड़ी तस्वीर को देखें तो हां, मुझे उम्मीद थी कि भारत टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भारत ने दोबारा पहले फील्डिंग करने का फैसला किया और यह उसके लिए काफी आसान था क्योंकि जब आप जिंबाब्वे आएं हैं तो एक टीम के रूप में काफी कुछ अपने साथ लेकर जाना चाहते हैं और इसके लिए सर्वश्रेष्ठ तरीका होता कि आप अपने आप को मुश्किल परिस्थिति में डालकर इससे बाहर निकलते।'
करीम ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के हवाले से कहा, 'भारत ने पहले ऐसा किया है, अगर आप आयरलैंड के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज को देखें या फिर इंग्लैंड, जहां भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। यह एक क्षेत्र है, जहां भारत को चिंता करने की जरूरत है।' करीम ने ध्यान दिलाया कि पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच सकी भारतीय टीम को इस साल अच्छी तैयारी दिखाना चाहिए थी।
उन्होंने कहा, 'पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप से बाहर होने का कारण था कि पहले बल्लेबाजी करने को लेकर हमारी नहीं बदलने वाली सोच। हो सकता है कि यह इस साल भी वर्ल्ड कप में भारी पड़े। तो यह हमेशा अच्छा होता है कि आप कंफर्ट जोन के बाहर जाकर कुछ प्रयोग करें।' भारत और जिंबाब्वे के बीच तीसरा व आखिरी वनडे 22 अगस्त यानी सोमवार को हरारे में ही खेला जाएगा।