नई दिल्ली: महान क्रिकेट सचिन तेंदुलकर ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन से बेहद प्रभावित हैं। उन्होंने लाबुशेन की बल्लेबाजी और खेलने के स्टाइल की जमकर तारीफ की है। सचिन ने यहां तक कह दिया कि लाबुशेन उन्हें अपनी याद दिलाते हैं। उन्होंने यह बात एक सवाल के जवाब में कही। लाबुशेन का पिछले कई मैचों से बल्ला काफी बोल रहा है। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में शानदार बल्लेबाजी करते हुए इस दशक का और अपने करियर का पहला दोहरा जमाया था। उन्होंने कीवी टीम के विरुद्ध तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 549 रन बनाए थे।
लाबुशेन घरेलू पिचों पर कहर बरपाने के बाद पिछले महीने तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलने भारत दौर पर आए। उन्होंने यहां वनडे में डेब्यू करते हुए बल्ले की चमक बिखेरी। उन्होंने दो मैचों में एक अर्धशतक की बदौलत कुल 100 रन बनाए। उन्हें एक मैच में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। साल 2018 के अक्टूबर में अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले लाबुशेन इस वक्त आईसीसी टेस्टे रैंकिंग में भारत के विराट कोहली, ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ के बाद तीसरे स्थान पर हैं।
25 वर्षीय यह बल्लेबाज पिछले साल 1104 रन बनाकर टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाल बना। उन्हें स्टीव स्मिथ के चोटिल होने के बाद कनकशन विकल्प (चोटिल खिलाड़ी की जगह) के तौर पर मौका मिला था। उन्होंने हालांकि दमदार खेल से टीम में अपनी जगह पक्की की ली। एशेज में उन्होंने 50.42 की औसत से 353 रन बनाए। मेलबर्न में बुशफायर चैरिटी मैच के लिए बतौर कोच यहां पहुंचे सचिन से जब पूछा गया कि किस खिलाड़ी का खेलने का तरीका उनके सबसे करीब है?
सचिन ने इस सवाल पर कहा, 'मैं ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच लार्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच को देख रहा था। जब स्टीव स्मिथ चोटिल हुए तो मैंने दूसरी पारी में लाबुशेन की बल्लेबाजी देखी।' उन्होंने कहा, 'लाबुशेन को जोफ्रा आर्चर की गेंद पर चोट लगी लेकिन इसके बाद 15 मिनट तक उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की। मैंने कहा, 'यह खिलाड़ी खास है’।' उन्होंने कहा, 'इस खिलाड़ी में कुछ विशेष बात है। उसका फुटवर्क बिल्कुल सही है। फुटवर्क शारीरिक तौर पर नहीं, मानसिक तौर पर होता है। अगर आप सकारात्मक नहीं सोचेंगे तो आपका पैर नहीं चलेगा।'