- सचिन तेंदुलकर ने किया ‘रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज’ टूर्नामेंट के दूसरे चरण में हिस्सा नहीं लेने का फैसला
- पहले सीजन की अबतक नहीं मिली है खिलाड़ियों को फीस
- रवि गायकवाड़ थे टूर्नामेंट के आयोजक
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर ‘रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज’ टूर्नामेंट के दूसरे चरण का हिस्सा नहीं होंगे क्योंकि कई प्रतिभागी खिलाड़ियों ने पहले सत्र में बकाया राशि की शिकायत की है। इस टूर्नामेंट में संन्यास ले चुके अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं।
सचिन को नहीं मिला पहले सीजन का भुगतान
पहले चरण का खिताब जीत चुकी ‘इंडिया लीजेंड्स’ के लिये खेल चुके तेंदुलकर को भी पहले सत्र के लिये पूरा भुगतान नहीं मिला है और उन्होंने अब इस परियोजना से खुद को पूरी तरह से अलग करने का फैसला किया है।
बांग्लादेशी खिलाड़ियों को भी नहीं मिली फीस
बांग्लादेश मीडिया में खबरें आयी हैं कि देश के काफी शीर्ष पूर्व खिलाड़ियों को भी अभी तक पहले सत्र का कोई भुगतान नहीं किया गया है जिनमें खालिद महमूद ‘सुजोन’, खालिद मशूद ‘पायलट’, मेहराब हुसैन, राजिन सालेह, हन्नान सरकार और नफीस इकबाल शामिल हैं। तेंदुलकर टूर्नामेंट के पहले चरण के ‘ब्रांड एम्बेस्डर’ भी थे और सुनील गावस्कर प्रतियोगिता के आयुक्त थे।
सचिन ने किया दूसरे सीजन में नहीं खेलने का फैसला
इसकी जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, 'सचिन इस ‘रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज’ सत्र का हिस्सा नहीं होंगे। टूर्नामेंट संयुक्त अरब अमीरात में एक से 19 मार्च तक होगा लेकिन सचिन किसी भी तरीके से इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं होंगे।'
यह पूछने पर कि क्या आयोजकों द्वारा तेंदुलकर को भुगतान नहीं किया गया है तो सूत्र ने इसकी पुष्टि की। सूत्र ने कहा, 'हां, सचिन उन कई क्रिकेटरों में शामिल हैं जिन्हें आयोजकों द्वारा भुगतान नहीं किया गया है। अगर कोई जानकारी लेनी है तो रवि गायकवाड़ से संपर्क करना चाहिए जो इसके मुख्य आयोजक थे।'
इस तरह खिलाड़ियों को होना था फीस का भुगतान
वर्ष 2020 में हुए टूर्नामेंट के लिये प्रत्येक खिलाड़ी को करार करने के बाद 10 प्रतिशत राशि दी गयी थी जिसके बाद 25 फरवरी 2021 तक 40 प्रतिशत राशि दी जानी थी जबकि बची हुई 50 प्रतिशत राशि का भुगतान 31 मार्च 2021 तक किया जाना था।
गायकवाड़ से भुगतान में कथित देरी पर बयान के लिये लगातार संपर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन उन्होंने न तो फोन का और न ही संदेशों का जवाब दिया।