- जब मध्य प्रदेश के दूरदराज गांव में पहुंचे मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर
- सचिन तेंदुलकर बच्चों के लिए करते हैं बहुत से कल्याणकारी काम
- मास्टर ब्लास्टर ने आज ही के दिन 8 साल पहले लिया था क्रिकेट से संन्यास
पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के दूरदराज के गांव सेवानिया का दौरा करके बच्चों की विभिन्न सामाजिक कल्याण परियोजनाओं का जायजा लिया। गौरतलब है कि आज ही के दिन सचिन ने 8 साल पहले क्रिकेट को अलविदा कहा था। तेंदुलकर विभिन्न सामाजिक कल्याण परियोजनाओं से जुड़े हैं जिसमें उनके दिवंगत पिता प्रोफेसर रमेश तेंदुलकर की याद में स्कूल भी शामिल है।
तेंदुलकर का फाउंडेशन विभिन्न परियोजनाओं से जुड़ा है जिसमें बच्चों को पोषक भोजन उपलब्ध कराना और ‘सेवा कुटीर’ के जरिए खेलों से जुड़ने का मौका देना शामिल है। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार तेंदुलकर के फाउंडेशन से समर्थित एनजीओ परिवार इन जनजातीय बच्चों के लिए सेवा कुटीर का संचालन करता है।
तेंदुलकर ने युवा शिक्षकों से बात की और रसोई भी देखी जिससे कि समझ सकें कि कैसे बच्चों के लिए पोषक भोजन तैयार किया जाता है। इस दौर के हिस्से के तौर पर तेंदुलकर संदलपुर भी गए और स्कूल के निर्माण का जायजा लिया जो उनके फाउंडेशन के सहयोग से बन रहा है। इस रिहायशी स्कूल में जनजातीय लड़कियों और लड़कों को मुफ्त शिक्षा की सुविधा मिलेगी और 10 साल में लगभग 2,300 बच्चों को यहां जगह मिलेगी।