- एमएस धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के ऐलान के बाद पत्नी साक्षी ने लिखा है उनके लिए इमोश्नल पोस्ट
- साक्षी ने पोस्ट में कहा कि तुमने जरूर रोक लिए होंगे अपने आंसू
- आपने जो किया है उसपर आपको गर्व होना चाहिए
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने 15 महीनों से चल रही अटकलों पर 15 अगस्त के दिन विराम लगाते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। 16 साल तक भारतीय क्रिकेट की सेवा करने वाले इस महान खिलाड़ी को संन्यास की घोषणा करने के बाद दुनियाभर से भविष्य के लिए शुभकामनाएं मिलीं। सोशल मीडिया पर थैंक यू धोनी ट्रेंड करने लगा। ऐसे में सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाली धोनी की अर्धांगिनी साक्षी धोनी भी इस अहम मौके पर प्रतिक्रिया देने से नहीं चूकीं।
पति के रिटायरमेंट के ऐलान के बाद साक्षी धोनी ने इन्स्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट लिखी और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इस पोस्ट के साथ उन्होंने धोनी की ढलते सूरज की ओर निहारते एमएस धोनी की एक तस्वीर भी साझा की है। उन्होंने अपने संदेश में लिखा, आपने जो कछ हासिल किया है उसपर आपको गर्व होना चाहिए। खेल को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए आपको बधाई। मुझे आपकी उपलब्धियों पर और एक इंसान के रूप में आपपर गर्व है!' साक्षी ने आगे लिखा, मुझे यकीन है कि तुमने अपने जुनून को अलविदा कहते वक्त आपने अपने आंसुओं को बहने से रोक लिया होगा। मैं आने वाले वक्त में आपके लिए अच्छे स्वास्थ्य, खुशियों और बहुत सी शानदार चीजों की कामना करती हूं।
साक्षी ने अमेरिकी कवियत्री माया एंजिलो की एक कविता अपनी पोस्ट के साथ साझा की, आपने जो कहा लोग उसे भूल जाएंगे, आपने जो किया लोग उसे भूल जाएंगे, लेकिन आपने उन्हें जो महसूस कराया है उसे कभी नहीं भूलेंगे।
साल 2010 में हुई थी धोनी-साक्षी की शादी
धोनी ने साल 2004 में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने के बाद 4 जुलाई 2010 को अचानक विवाह बंधन में बंध गए थे। जिस तरह धोनी ने अपने जीवन और करियर में बड़े फैसले किए और लोगों को कानों कान खबर नहीं हुई ऐसा ही उनकी शादी के समय भी हुआ था। धोनी शादी के बाद लगातार बुलंदियों को छूते गए और 2011 में आईसीसी वर्ल्ड कप और 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्ऱॉफी जीती। साक्षी ने हर कदम उनका साथ दिया। खेल के अलावा धोनी को जो भी वक्त मिलता था वो पत्नी साक्षी और बेटी जीवा के साथ गुजारते थे। ऐसे में अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद उनका परिवार ही उनके जीवन का केंद्र बन जाएगा और वो उन्हें पहले से ज्यादा वक्त दे पाएंगे।