- रवींद्र जडेजा की दूसरे टेस्ट में अर्धशतकीय पारी के बाद खूब तारीफ हो रही है
- संजय मांजरेकर ने एक ट्विटर यूजर को जवाब दिया, जिसने कहा कि कपिल देव के बाद जडेजा सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं
- ट्विटर यूजर ने कहा कि मांजरेकर भले न माने, लेकिन कपिल देव के बाद जडेजा सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑलराउंडर हैं
मेलबर्न: चोट के बाद वापसी करते हुए रवींद्र जडेजा ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में जारी दूसरे टेस्ट मैच में अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया। कनकशन और हैमस्ट्रिंग चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टी20 इंटरनेशनल मैच व पहले टेस्ट से बाहर होने के बाद रवींद्र जडेजा ने जोरदार वापसी की। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में जारी बॉक्सिंग डे टेस्ट में मेहमान टीम की पहली पारी में जडेजा ने शानदार अर्धशतक जमाया।
रवींद्र जडेजा ने शतकवीर कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ छठें विकेट के लिए 121 रन की साझेदारी की। इसकी मदद से टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 326 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 132 रन की बढ़त हासिल की। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 159 गेंदों में तीन चौके की मदद से 57 रन बनाए, जिसके बाद जडेजा की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है। एक ट्विटर यूजर ने जडेजा की ज्यादा तारीफ की और महान कपिल देव के बाद उन्हें सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑलराउंडर करार दिया।
इस ट्विटर यूजर ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर और लोकप्रिय कमेंटेटर संजय मांजरेकर को टैग करते हुए लिखा, 'शायद संजय मांजरेकर सहमत नहीं हो या पसंद नहीं आए। मगर कपिल देव के बाद सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड के साथ रवींद्र जडेजा सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑलराउंडर हैं। पिछले कुछ सालों में उनकी बल्लेबाज काफी सुधरी है। शानदार खेले सर जडेजा।'
पिछले कुछ समय से रवींद्र जडेजा को कोसने के कारण सुर्खियों में रहने वाले संजय मांजरेकर ने अचानक अपने सुर बदले और ऑलराउंडर की जमकर तारीफ की। मांजरेकर ने इस यूजर को तुरंत जवाब दिया और बताया कि वह हमेशा से टेस्ट क्रिकेट में जडेजा की क्षमता के बड़े प्रशंसक रहे हैं। उन्होंने जवाब दिया, 'जब टेस्ट की बात आती है तो सालों से जडेजा का बड़ा प्रशंसक रहा हूं। टेस्ट क्रिकेट उनका मजबूत पक्ष है।'
पहले भी जडेजा की तारीफ की
संजय मांजरेकर ने पहले भी रवींद्र जडेजा की टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी सुधारने की तारीफ की थी। मांजरेकर ने सोनी नेटवर्क से बातचीत में कहा था, '2015 के बाद से बल्लेबाज रवींद्र जडेजा के लिए चीजें बदली हैं। यह वो समय था जब अश्विन भी जडेजा से पहले बल्लेबाजी करने उतरते थे। अश्विन ने चार शतक जमाए जबकि जडेजा एक भी शतक नहीं जमा सके। जडेजा तब स्पिनर के रूप में अश्विन से प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। अश्विन की बल्लेबाजी में गिरावट देखने को मिली जबकि जडेजा की बल्लेबाजी रॉकेट जैसी बढ़ने लगी। इस खिलाड़ी का फर्स्ट-क्लास रिकॉर्ड शानदार हैं और वह आखिरकार अपने नंबर पा रहा है।'
बता दें कि अजिंक्य रहाणे (112) और रवींद्र जडेजा (57) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम की पहली पारी सोमवार को 115.1 ओवर में 326 रन पर ऑलआउट हुई। याद हो कि ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 195 रन पर ऑलआउट हुई थी। इस तरह भारत ने पहली पारी के आधार पर 131 रन की बढ़त बनाई है। भारत के पास दूसरा टेस्ट जीतने का शानदार मौका बन रहा है।