- लंदन मूल के बुकी संजीव चावला को 2000 मैच फिक्सिंग कांड में जांच के लिए भारत लाया गया
- संजीव ने स्वर्गीय दक्षिण अफ्रीकी कप्तान हेन्सी क्रोन्या को रिश्वत देकर मैच फिक्स किए थे
- संजीव ने अब दावा किया है कि सभी मैच फिक्स होते हैं, कोई भी ईमानदारी से नहीं खेला जाता
नई दिल्ली: इस साल फरवरी में बुकी संजीव चावला को करीब दो दशक बाद लंदन से भारत लाया गया। बुकी पर कथित रूप से सबसे बड़े मैच फिक्सिंग कांड में हिस्सा होने का आरोप है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच साल 2000 में मैच फिक्सिंग का मामला गहराया था। तब हेन्सी क्रोन्ये के नेतृत्व में दक्षिण अफ्रीकी टीम भारत दौरे पर आई थी। संजीव चावला की स्वर्गीय दक्षिण अफ्रीकी कप्तान हेन्सी क्रोन्ये के साथ बातचीत ने भारतीय क्रिकेट में सबसे बड़े भ्रष्टाचार कांड का पर्दाफाश किया था।
करीब 20 साल पीछा करने के बाद पुलिस 50 साल के चावला को भारत लाने में सफल रही। इस साल की शुरुआत में लंदन कोर्ट में उन्हें लाने की सभी औपचारिकताएं पूरी की गई। जहां जांच अब भी जारी हैं, वहीं चावला ने एक हैरानीभरा बयान दिया है कि पेशेवर स्तर पर खेला गया कोई क्रिकेट मैच ईमानदारी से खेला ही नहीं गया।
क्रिकेट में माफिया राज
संजीव चावला के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने कहा, 'कोई क्रिकेट मैच ईमानदारी से नहीं खेला गया। लोगों ने जितने भी क्रिकेट मैच देखे, वो सभी फिक्स थे। चावला ने आगे क्रिकेट गतिविधियों में नियंत्रण करने के लिए अंडरवर्ल्ड माफिया के शामिल होने की बात कही। उन्होंने कहा कि जैसा कि फिल्मों में कई बार दिखा चुके हैं, ठीक वैसे ही बहुत बड़ा सिंडिकेट या अंडरवर्ल्ड माफिया पूरे क्रिकेट को नियंत्रित करता है।'
इन अफसर की खतरे में जान
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि चावला ने खुलासा किया कि अंडरवर्ल्ड माफिया की नजरें इस मामले में जांच कर रहे डीसीपी (क्राइम ब्रांच) डॉ जी राम गोपाल नाइक पर हैं और उनकी जान खतरे में हैं। बता दें कि चावला लंदन मूल के बुकी हैं, जिनका जन्म नई दिल्ली में हुआ था। उन्होंने स्वीकार किया कि कई मौकों पर उन्होंने मैच फिक्स किए। हालांकि, चावला ने ज्यादा जानकारी देने से इंकार किया क्योंकि उन्हें अंडरवर्ल्ड माफिया से डर है कि उन्हें मार डाला जाएगा।
संजीव चावला ने कहा, 'एक बहुत बड़ा सिंडिकेट/अंडरवर्ल्ड माफिया इस मामले में शामिल है और ये खतरनाक लोग हैं। अगर मैंने कुछ कहा तो वो लोग मुझे मार डालेंगे।' पुलिस को दिए एक और बयान में चावला ने अपने अन्य साथियों के नाम का खुलासा करते हुए कहा कि ये सभी उनके पुराने साथी हैं, जो मैच फिक्सिंग में उनके साथ शामिल थे। इनके नाम हैं- कृष्ण कुमार, राजेश कालरा और सुनील दारा।