- सरफराज अहमद पूरे इंग्लैंड दौरे पर पाकिस्तानी टीम का हिस्सा रहे, लेकिन प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला
- पूर्व पाकिस्तानी कप्तान दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में बेंच पर बैठे जम्हाई लेते दिखे
- पाकिस्तानी क्रिकेटर को लेकर सोशल मीडिया पर कई मजाकिया मीम्स बने, जिसे देख हंसी रोक पाना मुश्किल
मैनचेस्टर: पाकिस्तान के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज सरफराज अहमद इंग्लैंड दौरे पर पूरे समय राष्ट्रीय टीम के साथ रहे, लेकिन उन्हें अब तक एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला है। 2019 विश्व कप के बाद पाकिस्तान के कप्तानी पद से हटाए गए सरफराज अहमद ने इंग्लैंड सीरीज के लिए वापसी जरूर की, लेकिन वह पूरे समय बेंच पर बैठे हुए नजर आए।
सरफराज अहमद पाकिस्तान टीम के साथ टेस्ट सीरीज की शुरूआत से पहले आए। मेहमान टीम को टेस्ट सीरीज में 0-1 की शिकस्त झेलनी पड़ी और उस पर टी20 इंटरनेशनल सीरीज हारने का खतरा भी मंडरा रहा है। तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज के दो मैच पूरे हो गए हैं और पाकिस्तान इसमें 0-1 से पिछड़ रहा है। ध्यान दिला दे कि टी20 इंटरनेशनल सीरीज का पहला मुकाबला बारिश के कारण रद्द हो गया था।
इंग्लैंड के खिलाफ कुछ ही पाकिस्तानी खिलाड़ी फाइट करते हुए नजर आए। सरफराज अहमद को तब भी मौका नहीं दिया गया। मैदान के बाहर बैठकर अपने साथियों को मेजबान के खिलाफ मुकाबला खेलते देख सरफराज अहमद ने हालांकि कुछ ऐसा किया कि लोगों का ध्यान उन्हीं पर अटक कर रह गया। सरफराज अहमद को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच के दौरान जम्हाई लेते हुए देखा गया और वह पहले क्रिकेटर बने, जिन्हें क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में जम्हाई लेते हुए देखा गया।
इसके बाद सोशल मीडिया पर सरफराज अहमद का जमकर मजाक बनाया गया है।
देखिए सोशल मीडिया रिएक्शंस
एक भी मैच नहीं मिलने के बावजूद सरफराज अहमद फैंस और पाकिस्तानी क्रिकेटर्स के लिए चर्चा का सक्रिय विषय रहे हैं। इससे पहले उन्होंने 12वें खिलाड़ी के रूप में टीम के साथियों को पानी पिलाया था। पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने इसकी कड़ी निंदा की थी और टीम प्रबंधन को लताड़ लगाते हुए कहा था कि सरफराज को ऐसा बना दिया है, जो सिर्फ अपने साथियों के लिए सामान लाकर दे।
शोएब अख्तर ने कहा था, 'मुझे यह दृश्य देखकर अच्छा नहीं लगा। अगर आप कराची के लड़के का उदाहरण देना चाहते हैं, तो यह गलत है। आप उस खिलाड़ी के साथ ऐसा नहीं कर सकते, जिसने चार साल टीम की अगुवाई की और देश को चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाया। आपने उससे जूते लाने को कहा। अगर वो खुद से भी ऐसा करता है, तो उसे रोकिए। वसीम अकरम ने कभी मुझे जूते लाकर नहीं दिए।'
अख्तर ने आगे कहा था, 'यह दर्शाता है कि सरफराज अहमद कितना सीधा और कमजोर आदमी है। उसे पाकिस्तान का वैसे ही नेतृत्व करना चाहिए जैसे जूते लेकर आया। यही वजह थी कि मिकी आर्थर हमेशा उस पर हावी रहते थे। मैं यह नहीं कह रहा कि जूते लेकर आना दिक्कत है, लेकिन पूर्व कप्तान ऐसा नहीं कर सकते।' सरफराज अहमद को उम्मीद है कि इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे व अंतिम टी20 इंटरनेशनल मैच में उन्हें मौका मिलेगा और इसी के साथ राष्ट्रीय टीम से बाहर बैठने का उनका सूखा समाप्त होगा।