- शाहिद अफरीदी ने एक बार फिर बड़बोलापन दिखाया
- उन्होंने न्यूजीलैंडं-इंग्लैंड के दौरा रद्द करने पर रिएक्ट किया
- पूर्व कप्तान अफरीदी ने भारत को लेकर तल्ख बयान दिया
हाल ही में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड ने सुरक्षा कारणों की वजह से पाकिस्तान का दौरा रद्द कर दिया। न्यूजीलैंड ने रावलपिंडी में पहला वनडे खेलने जाने से आधा घंट पहले दौरा रद्द किया था। इसके तीन दिन बाद इंग्लैंड ने भी पाकिस्तान में खेलने से मना कर दिया। दो बड़ी टीमों के टूर कैंसिल होने से पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बेहद खफा हैं और जमकर भड़ास निकाल रहे हैं। लेकिन पूर्व पाकिस्तान कप्तान शाहिद अफरीदी ने हद ही कर दी और भारत को लेकर अजीबोगरीब बयान दे डाला। उन्होंने दौरा रद्द होने के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया।
'ऐसा कुछ करना माफी का लायक नहीं'
अफरीदी ने क्रिकेट पाकिस्तान के साथ बातचीत में कहा, 'हम सभी जानते हैं कि जब किसी टीम के दौरे की व्यवस्था की बात आती है तो बड़े पैमाने पर जांच होती है। दौरे पर आना वाला देश सिक्योरिटी मेंबर्स द्वारा उचित जांच कराता है। रास्तों को तय किया जाता है और जब प्रक्रिया पूरी हो जाती है, तब ही जाकर टीम दौरा करने के लिए हरी झंडी देती है।' उन्होंने कहा, 'न्यूजीलैंड के क्रिकेटरों को पाकिस्तान में काफी पसंद किया जाता है। न्यूजीलैंड द्वारा ऐसा कुछ करना माफी का लायक नहीं है। अगर कोई संभावित खतरा था तो उसे पीसीबी के साथ साझा किया जाना चाहिए था और स्थिति का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के सुरक्षा बलों का इंतजार करना चाहिए था।'
मिनिस्टर की तरह ईमेल का राग अलापा
अफरीदी ने उन कथित रिपोर्ट्स पर भी रिएक्ट किया, जिनमें कहा गया कि न्यूजीलैंड को दौरे रद्द करने के लिए उकसाने के मकसद से ईमेल भारत से भेजा गया था। दरअसल, पिछले हफ्ते बुधवार को पाकिस्तान के पाकिस्तान के इनफार्मेशन मिनिस्टर फवाद चौधरी ने दावा किया था कि भारत से जनरेट ईमेल में न्यूजीलैंड को दौरा कैंसिल करने के लिए धमकी दी गई थी। अब अफरीदी ने भी मिनिस्टर की तरह ईमेल का राग अलापा। अफरीदी ने कहा कि एक देश हमारे खिलाफ है तो इसका मतलब यह नहीं कि बाकी देशों को भी ऐसी ही गलती करनी चाहिए।
न्यूजीलैंड-इंग्लैंड के सामने गिड़गिड़ाए
अफरीदी न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के सामने गिड़गिड़ाते हुए दिखे। उन्होंने कहा कि पढ़े लिखे देशों को इस तरह के कदम नहीं उठाना चाहिए। अफरीदी ने कहा, 'अगर आपको बड़ी तस्वीर देखनी है तो मुझे लगता है कि हमें एक निर्णय लेने की जरूरत है जो दुनिया को दिखाए कि हम भी एक देश हैं और हमारा अपनी इज्जत है। अगर एक देश हमारे पीछे पड़ा है तो कोई बात नहीं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि दूसरा देशों को भी वही गलती करनी चाहिए। वे सभी पढ़े लिखे देश हैं और उन्हें भारत को फॉलो नहीं करना चाहिए।'
'धमकी मिलने पर भी भारत का दौरा किया'
अफरीदी ने आगे कहा, 'इसके बजाए, क्रिकेट के जरिए संबंधों में सुधार करना चाहिए। हमने भारत में स्थिति खराब होने के बावजूद दौरा किया था। हमें धमकियां मिल रही थीं। हमारे बोर्ड ने हमें जाने के लिए कहा था और हम वहां गए। इसी तरह कोविड -19 के दौरान इंग्लैंड में खराब हालात के बाद भी क्रिकेट चलता रहा। अगर आप फर्जी ईमेल पर भरोसा करके दौरा रद्द करते हैं तो मेरा मानना है कि आप उन्हें जीतने के लिए चारा दे रहे हैं। यह सही तरीका नहीं है।'