ढाका: बांग्लादेश के शीर्ष खिलाड़ी शाकिब अल हसन को आईसीसी के निर्देशों पर भारत के महत्वपूर्ण दौरे से पहले अभ्यास से दूर रखा जा रहा है और स्थानीय मीडिया की खबरों में दावा किया गया है कि इस आलराउंडर पर भ्रष्ट पेशकश की जानकारी नहीं देने के लिये प्रतिबंध लगना तय है।खबरों के अनुसार, बांग्लादेश के टेस्ट और टी20 कप्तान शाकिब को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) 18 महीने के लिये प्रतिबंधित कर सकती है जिससे भारत दौरे से पहले बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। इस दौरे में तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के अलावा दो टेस्ट मैच खेले जाएंगे।
देश के एक प्रमुख दैनिक ‘समकाल’ के अनुसार कि आईसीसी के कहने पर बीसीबी ने शाकिब को अभ्यास से दूर रखा है। यही कारण है कि वह अभ्यास मैचों में शामिल नहीं हुए और ना ही उन्होंने गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच खेलने पर चर्चा करने के लिये सोमवार को अध्यक्ष के साथ बैठक में हिस्सा लिया। आईसीसी ने अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं की है। इस दैनिक की खबर के अनुसार, दो साल पहले शाकिब को एक अंतरराष्ट्रीय मैच से पहले सट्टेबाजी से पेशकश मिली थी लेकिन उन्होंने इसकी आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक एवं सुरक्षा इकाई (एसीएसयू) के पास रिपोर्ट नहीं की थी।रिपोर्ट में कहा गया है कि शाकिब ने हाल में एसीएसयू के जांच अधिकारी के सामने भी इस घटना की बात कबूल की थी।
शाकिब के भारत दौरे पर आने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है क्योंकि उन्होंने दौरे से पहले मीरपुर में अभ्यास शिविर में हिस्सा नहीं लिया जिसमें एक अभ्यास मैच भी शामिल है।बांग्लादेश की टीम बुधवार को भारत के लिये रवाना होगी और शाकिब संभवत: टीम के साथ नहीं आएंगे। उनकी अनुपस्थिति में वरिष्ठ खिलाड़ी मुशफिकुर रहीम टेस्ट मैचों में जबकि महमुदुल्लाह टी20 अंतरराष्ट्रीय में टीम की अगुवाई कर सकते हैं।
इस नये घटनाक्रम से बीसीबी की मुश्किलें बढ़ गयी है जो बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के ईडन गार्डन्स में गुलाबी गेंद से दिन रात्रि टेस्ट मैच खेलने के प्रस्ताव पर खिलाड़ियों को मनाने की कोशिश कर रहा है।बांग्लादेश अपने दौरे की शुरुआत तीन नवंबर से शुरू होने वाली तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला से करेगा। इसके बाद विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत 14 नवंबर से दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला होगी। पहला टेस्ट इंदौर में जबकि दूसरा टेस्ट 22 नवंबर से कोलकाता में खेला जाएगा। शाकिब की अगुवाई में हाल में खिलाड़ियों ने हड़ताल की थी। बीसीबी ने उन्हें आश्वस्त किया कि वेतन वृद्धि सहित उनकी मांगों को स्वीकार किया जाएगा जिसके बाद हड़ताल समाप्त हुई थी।