- विराट की कप्तानी में भारत ने जीते 40 टेस्ट
- पूरी दुनिया में विराट सेना ने लहराया जीत का परचम
- टेस्ट क्रिकेट विराट कोहली की कप्तानी में रही पहली प्राथमिकता
मेलबर्न: विराट कोहली ने शनिवार को अचानक टेस्ट कप्तानी से अचानक इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। विराट के इस फैसले से पूरे क्रिकेट जगत में सनसनी फैल गई। कुछ को उनके इस फैसले पर आश्चर्य हुआ तो कुछ ने इसे सहज बताया। लेकिन एक दिन बाद दुनिया के महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने विराट कोहली को शुभकामना संदेश देते हुए 'टेस्ट क्रिकेट का पूरे जज्बे से समर्थन' करने के लिए शुक्रिया अदा किया।
जज्बे के साथ टेस्ट क्रिकेट का समर्थन करने के लिए शुक्रिया
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से प्रेम जगजाहिर था। टेस्ट क्रिकेट खेलना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता था। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को हमेशा गंभीरता से लिया और अपनी कप्तानी में उसके अस्तित्व, लोकप्रियता और रोमांच को बरकरार रखने के लिए शतप्रतिशत योगदान दिया। वॉर्न ने उनके टेस्ट क्रिकेट के प्रति इस जज्बे को सलाम करते हुए ट्वीट किया, 'आपकी कप्तानी में आपकी टीम ने जो हासिल किया है उसके लिए आपको बधाई! इतने जज्बे के साथ टेस्ट क्रिकेट का समर्थन करने और इसे खेल का शीर्ष प्रारूप सुनिश्चित करने के लिए शुक्रिया।'
ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर संभाली थी कप्तानी
कोहली ने साल 2014 में ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर भारत की टेस्ट टीम की कमान संभाली थी। उसके बाद लगातार साल तक उन्होंने कप्तानी करते हुए भारतीय टीम को टेस्ट क्रिकेट से सातवें पायदान से पहले स्थान तक पहुंचाया। साल 2017 से 2021 तक लगातार पांच साल से भारतीय टीम ने साल का अंत टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन रैंकिंग के साथ किया है। ये इस बात का पुख्ता सबूत है कि विराट ने टेस्ट क्रिकेट की बेहतरी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।
विराट की कप्तानी में भारत ने जीते 40 टेस्ट
सात साल के कार्यकाल के बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल भारतीय कप्तान के रूप में अपना पद छोड़ा। विराट की कप्तानी में भारतीय टीम ने 68 टेस्ट खेले जिसमें से 40 में उसे जीत मिली जबकि 17 में हार का सामना करना पड़ा। जबकि 11 टेस्ट ड्रा रहे। इस प्रदर्शन की बदौलत नो विश्व क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान में से एक बने।