- अख्तर ने कहा कि युवी और धोनी के आने से टीम इंडिया में बदलाव आया था
- अख्तर ने कहा कि भारतीय टीम में धोनी और युवी के बाद से मैच फिनिशर्स की कमी
- अख्तर ने कहा कि भारत को अपनी महानता साबित करने के लिए आईसीसी इवेंट जीतने की जरुरत
कराची: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि युवराज सिंह और एमएस धोनी के बाद से भारतीय टीम को कोई मैच फिनिशर्स नहीं मिले हैं। अख्तर का मानना है कि 1998 में पाकिस्तान टीम ने भारत का दौरा किया था तो उसे जीत की पूरी उम्मीद थी क्योंकि तब टीम इंडिया के पास मैच फिनिशर्स की कमी थी। पीटीआई से बातचीत में अख्तर ने दावा किया कि 1998 भारत दौरे पर पाकिस्तान टीम को हमेशा से भरोसा था कि वह भारतीय बल्लेबाजी क्रम को ढहाकर उसके घर में मात दे सकती है।
अख्तर के मुताबिक भारतीय टीम में बड़ा बदलाव आया जब युवराज सिंह और एमएस धोनी आए। दोनों ने फिनिशर की भूमिका बखूबी निभाई और अपने दम पर भारत को कई मैच जिताए। हालांकि, अख्तर को लगता है कि युवराज सिंह के संन्यास और धोनी के भविष्य पर लटकती तलवार के बीच भारतीय टीम के पास मैच फिनिशर की कमी आ गई है।
रावलपिंडी एक्सप्रेस नाम से मशहूर अख्तर ने कहा, 'जब हम 1998 में भारत दौरे पर आए थे। हमें पता था कि भारत का टॉप ऑर्डर आउट करने के बाद हम मैच जीत जाएंगे। तब टीम इंडिया के पास कोई मैच विनर नहीं था। फिर युवराज और धोनी आए। फिर मैच के नतीजों में बदलाव देखने को मिला। अभी भारतीय टीम की परेशानी है कि उसके पास फिनिशर्स की कमी है।'
आईसीसी इवेंट जीतना जरूरी
अख्तर ने स्पष्ट किया कि टीम इंडिया को अपने आप को दिग्गज साबित करने के लिए आईसीसी इवेंट जीतने की जरुरत है। उन्होंने साथ ही कहा कि द्विपक्षीय सीरीज जीतने से मौजूदा टीम की उपलब्धियां नहीं गिनी जाएंगी। अख्तर ने कहा, 'भारतीय टीम को आईसीसी इवेंट्स जीतने की जरुरत है। मौजूदा टीम में टॉप-4 बल्लेबाज कमाल कर गए तो टीम जीत जाती है। अगर वह नहीं चले तो फिर चिंता बनी रहती है। एक और चीज जो मैंने ध्यान दिया कि भारतीय टीम को युवराज सिंह और धोनी जैसे मैच विनर खिलाड़ियों की मिडिल ऑर्डर में जरुरत है।'
धोनी के संन्यास पर क्या बोले
अख्तर ने महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें विश्व कप 2019 के बाद ही वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए था लेकिन वो अब बेवजह अपने करियर को खींच रहे हैं। उन्होंने ये भी आशा की कि भारत के इस महान खिलाड़ी को सम्मानजनक विदाई मिलेगी। अख्तर ने धोनी के संन्यास के बारे में चर्चा करते हुए कहा, उन्होंने अपनी क्षमता के अनुरूप शानदार तरीके से अपने देश की सेवा की। उन्हें सम्मानजनक रूप से क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए। मुझे नहीं मालूम कि वो इसे इतना लंबा क्यों खींच कहे हैं उन्हें तो 2019 के विश्व कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था।'