- वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज ने बताई जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने की वजह
- पिछले साल पीठ में फ्रैक्टर की वजह से बुमराह चार महीने रहे थे टीम से बाहर
- बुमराह के बार-बार चोटिल होने से बिगड़ता है भारतीय टीम का संतुलन
मुंबई: जसप्रीत बुमराह पिछले दो सालों से भारतीय टीम के लिए तीनों फॉर्मेट में अहम ताकत बनकर उभरे हैं। वो टीम के ऐसे गेंदबाज हैं जो अकेले दम टीम को जीत दिलाने की काबीलियत रखते हैं। लेकिन दूसरी तरफ वो लगातार चोटिल हो रहे हैं। बार-बार चोट लगने की वजह से वो टीम से बाहर होते हैं और इस वजह से टीम का संतुलन भी खराब होता है। इसी वजह से उन्हें अपनी पीठ का ऑपरेशन करवाना ही पड़ा।
ऐसे में वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने बताया है कि बुमराह क्यों लगातार चोटिल हो रहे हैं। उनके गेंदबाजी एक्शन में ऐसी कौन सी खामी है जो उनके लिए परेशानी का सबब बन रही है। उन्होंने कहा कि छोटे रनअप के कारण बल्लेबाजों को बुमराह की गेंद की गति का अंदाजा लगाने में परेशानी होती है लेकिन वह इसे लंबे समय तक जारी नहीं रख सकते।
बुमराह के पास है ये खास क्षमता
मैल्कम मार्शल, जोएल गार्नर और एंडी रॉबर्ट्स के साथ वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों की प्रसिद्ध चौकड़ी बनाने वाले इस पूर्व दिग्गज ने कहा बुमराह के पास छोटे रनअप से पिच पर गेंद को तेजी से पटकने की खास क्षमता है। उन्होंने कहा, 'बुमराह पिच पर तेजी से गेंद को पटकते है। छोटे रनअप के साथ यह उन्हें विशेष बनाता है। बल्लेबाजों के लिए उनकी गेंद को पढ़ना मुश्किल हो जाता है।'
छोटा रनअप बन रहा है परेशानी की वजह
उन्होंने कहा कि इसके अपने फायदे है लेकिन इसका नुकसान भी है। छोटा रनप ही उनके लिए परेशानी का कारण बन रहा है। होल्डिंग ने इस बारे में कहा, 'बुमराह को लेकर मेरी जो समस्या है मैंने उन्हें बता दिया है। मैंने उन्हें आखिरी बार मैंने उन्हें इंग्लैंड में देखा था। इतने छोटे रनअप और इतनी मेहनत को वह कितने समय तक जारी रख पायेंगे। उनका शरीर भी इंसान का है, वह मशीन नहीं है।'
अच्छी गेंदबाजी के लिए गति के साथ गेंद पर नियंत्रण जरूरी
बुमराह पीठ के निचले हिस्से में स्ट्रेस फ्रैक्चर के कारण चार महीने तक मैदान से बाहर रहे। उन्होंने इस साल जनवरी में वापसी की थी। होल्डिंग ने कहा कि बुमराह और मोहम्मद शमी भारत के खास तेज गेंदबाज है और यह 'सिर्फ गेंद की गति' के कारण नहीं है। उन्होंने कहा, 'गति का होना जरूरी है लेकिन यह तभी कारगर है जब इस पर नियंत्रण हो और इन दोनों का नियंत्रण है। शमी बहुत लंबे कद के नहीं है, वह बहुत फुर्तीले भी नहीं है लेकिन तेज गेंद फेंकते है। उसके पास नियंत्रण है और वह गेंद को थोड़ा स्विंग भी करते है।'