- शुभमन गिल ने अपने पहले टेस्ट की पहली पारी में 65 गेंद में बनाए 45 रन
- दूसरे विकेट के लिए चेतेश्वर पुजारा के साथ गिल ने जोड़े 61 रन
- नेट्स पर भारतीय गेंदबाजों का सामना करने का टेस्ट में मिला फायदा
मेलबर्न: भारत के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने कहा कि कप्तान अजिंक्य रहाणे की शानदार शतकीय पारी से उन्होंने खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण के सामने डटकर बल्लेबाजी करने के बारे में सीखा। भारतीय कार्यवाहक कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन रविवार को मुश्किल परिस्थितियों में नाबाद 104 रन की पारी खेली जिससे टीम ने पांच विकेट पर 277 रन बना लिये।
सिखाया कैसे किया जाता है मुश्किल वक्त का सामना
शुभमन ने मैच के बाद ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'यह धैर्य वाली पारी है और अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि जब आप इतने शानदार आक्रमण के खिलाफ खेल रहे होते हैं, तो कभी-कभी आप ऐसे स्थिति में आ जाते है जब रन नहीं बनते हैं। जिस तरह से अजिंक्य भाई खेले, वह बाहर से देखने में लाजवाब पारी थी।' शुभमन ने कहा, 'उन्होंने यह दिखाया की मुश्किल समय का सामना कैसे करना है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि कमजोर गेंदों के खिलाफ रन बनाये जाये।'
तीसरे दिन बल्लेबाजी होगी और मुश्किल
रहाणे अभी क्रीज पर मौजूद है और भारतीय टीम ने अब तब 82 रन की बढ़त हासिल कर ली है। शुभमन ने कहा कि टीम इसके भुनाने की कोशिश करेंगी क्योंकि इस पिच पर तीसरे दिन से बल्लेबाजी करना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, 'पहले दिन रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा की गेंद स्पिन हुई, आज भी नाथन लॉयन की गेंद को स्पिन मिल रहा था। ऐसे में समय के साथ पिच की दरार बढ़ेंगी और बल्लेबाजों के लिए परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण होगी।'
मुश्किल परिस्थिति में किया अपना खेल खेलने का फैसला
पारी का आगाज करते हुए 65 गेंद में 45 रन बनाने वाले शुभमन ने कहा, 'यह जरूरी है कि इस बढ़त को भुनाया जाए और ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में जल्द से आउट किया जाए। इस 21 साल के बल्लेबाज ने कहा, 'जब मैं बल्लेबाजी के लिए उतरा तो पिच से गेंदबाजों को मदद मिल रही थी लेकिन मैंने खुद से कहा कि पिच जैसी भी हो मैं अपना खेल खेलूंगा।'
नेट्स पर भारतीय गेंदबाजों का सामना करने का हुआ फायदा
शुभमन ने कहा कि नेट सत्र पर उच्च स्तर के भारतीय गेंदबाजों का सामना करने से उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ा। इस मैच से टेस्ट में पदार्पण करने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, 'मैं पिछली चार-पांच टेस्ट श्रृंखला के टीम के साथ यात्रा कर रहा हूं। इससे मुझे काफी मदद मिली है। नेट पर जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और उमेश यादव जैसे गेंदबाजों का सामना करने से युवा खिलाड़ी का आत्मविश्वास काफी बढ़ता है। जब मैं इस टेस्ट में बल्लेबाजी के लिए उतरा तो मुझे कुछ भी नया नहीं लगा।'
जडेजा ने खेली शानदार पारी
शुभमन ने रविन्द्र जडेजा की भी तारीफ की जिन्होंने नाबाद 40 रन बनाने के साथ रहाणे के साथ छठे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाकर भारत को बेहतर स्थिति में पहुंचाने में योगदान दिया। उन्होंने कहा, 'उन्होंने शानदार पारी खेली। उस समय विकेट गिरता तो ऑस्ट्रेलियाई टीम मैच में वापसी कर लेती। उन दोनों की साझेदारी शानदार रही।'